छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) में स्थित विश्रामपुर एसईसीएल (SECL Bishrampur) की गायत्री भूमिगत खदान कोयला चोरों के निशाने पर आ गई है. प्रतिबंधित क्षेत्र होने के बावजूद खदान परिसर में ग्रामीण घुसकर चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. हालांकि बीते दिन एनडीवीटी में खबर छपने के बाद SECL की सुरक्षाकर्मी हरकत में आई और खदान से चोरी किए गए 350 बोरी कोयला जंगल से जब्त किया है.
350 बोरी कोयला जंगल से किया गया जब्त
दरअसल, SECL की सुरक्षा का जिम्मेदारी संभाल रही त्रिपुरा स्टेट राइफल्स खबर छपने के बाद एक्शन मोड में नजर आ रही है और खदान क्षेत्र से लगे जंगल से लगभग 350 बोरी कोयला को जब्त कर खदान परिसर में लाये.
SECL प्रबंधन और सुरक्षाकर्मी पर कोयला चोरों के साथ मिलीभगत का आरोप
कुछ दिन पहले सूरजपुर (Surajpur) में कोयला चोरी का मामला लगातार सामने आ रही थी, लेकिन कुछ दिन बाद ये मामला थम गया था. हालांकि आचार संहिता लगने के बाद फिर से खदानों से अवैध कोयला चोरी का कारोबार शुरू हो गया है. जहां प्रतिबंधित क्षेत्र होने के बावजूद खदान परिसर में घुसकर ग्रामीण कोयला चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. वहीं सूत्रों की माने तो SECL प्रबंधन भी इस पर लगाम नहीं लगा रहे थे.
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इतना ही नहीं लोगों ने पुलिसकर्मियों, SECL प्रबंधन और परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर कोयला चोरों के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगाया था.
आसपास के क्षेत्र के ईंट-भट्ठों में अवैध कोयले का खपत जारी
बता दें कि खदानों में अवैध रूप से घुसकर ग्रामीण बड़े स्तर पर कोयला चोरी कर इन कोयलों को क्षेत्र के आसपास के कथित वैध और अवैध ईंट भट्ठों में बेच देते है. वहीं कोल तस्करी से जुड़े कोल माफिया भी बड़े वाहनों से तस्करी को बेखौफ होकर आजम दे रहे हैं.
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