
Corruption in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले (Sukma District) में तेंदूपत्ता बोनस घोटाले (Tendupatta Bonus Scam) के मुख्य आरोपी IFS अफसर अशोक कुमार पटेल (Ashok Kumar Patel) को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह इस वक्त सुकमा जिले में वन मंडल के प्रबंध संचालक के पद पर तैनात है.
उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) की धारा 13(1)(ए), 13(2) और भारतीय न्याय संहिता की धारा 409 और 120 बी के तहत दर्ज अपराध संख्या 26/2025 के तहत गिरफ्तार किया गया.
करोड़ों रुपये के गबन के हैं आरोप
दरअसल, EOW की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वर्ष 2021 और 2022 के तेंदूपत्ता बोनस वितरण के दौरान सरकार से प्राप्त प्रोत्साहन राशि को नगद आहरण कर आदिवासी संग्राहकों तक नहीं पहुंचाया गया. इसके बजाय वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न प्राथमिक लघु वनोपज समिति के प्रबंधकों और पोषक अधिकारियों के साथ मिलकर सुनियोजित षड्यंत्र के तहत लगभग 7 करोड़ रुपये की राशि में से करोड़ों रुपये का गबन किया था.
अदालत ने आरोपी को पुलिस रिमांड पर भेजा
अशोक कुमार पटेल को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 23 अप्रैल 2025 तक पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया है.
आरोपी के ठिकानों पर पड़ चुके हैं छापे
आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो के अनुसार, अशोक कुमार पटेल इस घोटाले के मुख्य अभियुक्त हैं. कुछ दिन पहले इस प्रकरण से जुड़े अन्य संदिग्धों के निवास और ठिकानों पर ब्यूरो ने 25 जगहों पर सर्च की कार्यवाही भी की थी. यही नहीं, अशोक कुमार पटेल के खिलाफ अनुपातहीन संपत्ति का एक और मामला पूर्व में दर्ज है, जिसकी जांच अभी भी जारी है.
यह भी पढ़ें- Sai Cabinet Meeting में लिए गए कई अहम फैसले, अब व्यावसायिक परीक्षा के अभ्यर्थियों को Exam देने के बाद वापस की जाएगी फीस
तेंदूपत्ता बोनस घोटाले की यह कार्रवाई आगे और बड़े खुलासों की ओर संकेत कर रही है. ब्यूरो द्वारा मामले की विवेचना तेजी से की जा रही है और अन्य दोषियों की भी जल्द गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है.
यह भी पढ़ें- MP Politics: एमपी में भाजपा को लगा बड़ा झटका, अपने सैकड़ों समर्थकों संग नंदराम कुशवाहा ने थामा कांग्रेस का दामन