Chhattisgarh News in Hindi : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एमसीबी जिले के चिरमिरी में निगम का फायर ब्रिगेड गाड़ी 20 साल पुरानी है. जर्जर और कंडम हो चुकी गाड़ियों को निगम ज्यादातर फायर स्टेशन में ही खड़ा कर रखती है. जब भी कहीं आगजनी की बड़ी घटना होती है तो बैकुंठपुर व मनेंद्रगढ़ से फायर ब्रिगेड टीम को बुलाया जाता है. आपको बता दें कि जिले में सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर चिरमिरी है. मौजूदा समय में यहां 75 हजार से ज़्यादा आबादी है. शहरी इलाका होने के साथ ही यहां SECL की कोयला खदानें हैं जिससे आगजनी का खतरा ज़्यादा रहता है.
फायर ब्रिगेड की हालत खस्ता
ऐसे में आगजनी से निपटने के लिए चिरमिरी में निगम व फायर ब्रिगेड के पास जरूरी संसाधन जरूरी है. चिरमिरी से लगे गांव के इलाके जैसे अंचल खड़गवां, सरभोका में भी हादसा हो जाए तो पहले चिरमिरी से फायर ब्रिगेड से मदद ली जाती है लेकिन अब बैकुंठपुर व मनेंद्रगढ़ से फायर ब्रिगेड को भेजा जाता है जिसमें काफी ज़्यादा समय लगता है. नगर निगम इलाका फायर ब्रिगेड के साथ-साथ जरूरी संसाधनों की कमी से भी जूझ रहा है. दो दिन पहले ही छोटा बाजार के गाेठान में आग लग गई, 2 घंटे तक आग जलती रही, जिसे बुझाया नहीं जा सका. इससे आग को रोका नहीं जा सका और आग फैल गई.
क्या बोले नगर सेना कमाडेंट ?
इसी तरह शहर में आग लगने की जानकारी देने पर फायर ब्रिगेड आधे घंटे की देरी से ही पहुंचती है. तब तक आग से काफी नुकसान हो जाता है. कोरिया में नगर सेना के पास जिले में एक फायर ब्रिगेड गाड़ी उपलब्ध है. इसे अक्सर एमसीबी व सूरजपुर जिले में भी भेजा जाता है. आपदा प्रबंधन विभाग से एमसीबी जिले के लिए 2 नए फायर ब्रिगेड गाड़ी मिली हैं लेकिन दोनों नई गाड़ियों के साथ एक पुरानाी गाड़ी भी मनेंद्रगढ़ में ही खड़ी रहती है. नगर सेना के कमाडेंट संजय गुप्ता का कहना है कि जिले में 3 दमकल गाड़ियां हैं. स्टाफ की कमी से चिरमिरी में गाड़ी रखना मुश्किल होगा. निगम हैंडओवर लेना चाहे तो उन्हें गाड़ी दे सकते हैं.
ये भी पढ़ें :
पुलिसवालों की दबंगई पर SP का एक्शन ! अवैध वसूली करने वाले 2 कांस्टेबल सस्पेंड
बॉस ने किया रेप तो लड़की ने ऑफिस में की खुदकुशी... WhatsApp चैट ने खोले राज