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CG में बाघ की मौत से खड़े हुए सवाल? रिपोर्ट का इंतजार, यहां 18 हाथियों की एंट्री से दहशत

Chhattisgarh Forest Department: छत्तीसगढ़ के कोरिया वनमंडल में बाघ की मौत की खबर के बाद से हड़कंप मच गया. अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं, एमसीबी जिले में माड़ीसरई सर्किल के बड़वाही बीट में 18 हाथियों का एक दल ने एंट्री की है. इससे लोगों में दहशत है. 

CG  में बाघ की मौत से खड़े हुए सवाल? रिपोर्ट का इंतजार, यहां 18 हाथियों की एंट्री से दहशत
CG : कोरिया में बाघ की मौत से खड़े हुए सवाल? रिपोर्ट का इंतजार, यहां 18 हथियों की एंट्री से दहशत.

CG News In Hindi : छत्तीसगढ़ के कोरिया वनमंडल में बाघ की मौत की खबर के बाद से सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. बड़ी बात ये है कि पहले भी ऐसी खबरें यहां से आ चुकी हैं. वहीं, एमसीबी जिले में माड़ीसरई सर्किल के बड़वाही बीट में 18 हाथियों का एक दल ने एंट्री की है. इससे लोगों में दहशत है. यह दल अब तक 3 किमी के दायरे में घूम चुका है, और उसके वापस लौटने की संभावना जताई जा रही है.

कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी

कोरिया वनमंडल के सोनहत रेंज स्थित कोटाडोल मुख्य मार्ग पर एक नाले में बाघ का शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग का अमला तुरंत मौके पर पहुंचा और बाघ की सुरक्षा करते हुए आसपास के इलाके की सर्चिंग शुरू की. डॉग स्क्वायड की मदद भी ली गई, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी. शनिवार को चार सदस्यीय चिकित्सकों के दल ने बाघ का पोस्टमार्टम और उसका अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि, बाघ की मौत के कारणों का पता पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा.

शुक्रवार को भी बाघ मृत अवस्था में मिला था

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और कोरिया वनमंडल की सीमा के भीतर कुदरी और कटवार के जंगल में एक दिन पहले शुक्रवार को भी बाघ की मृत अवस्था में मिला था. यह बाघ लोधार नदी के समीप खनखोपर नाले में पाया गया था. जैसे ही यह खबर फैली, वन अमला मौके पर पहुंचा और सर्चिंग शुरू की.

बाघ का मूवमेंट पहले नहीं देखा गया था

मौके पर मौजूद वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाघ के शरीर के सभी अंग सही थे और यह पूरी तरह वयस्क था. इस दौरान वाइल्डलाइफ डॉग स्क्वायड, पशु चिकित्सक और बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे. ग्रामीणों ने बताया कि उनके इलाके में बाघ का मूवमेंट पहले नहीं देखा गया था, जिससे यह मौत एक बड़ा सवाल बन गई.

गौरतलब है कि गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान को हाल ही में टाइगर रिजर्व बनाने की मंजूरी मिली है, और ऐसे में इस क्षेत्र में बाघों की मौत को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इससे पहले भी इस इलाके में एक बाघ और एक बाघिन की मौत हो चुकी है, जिससे वन विभाग को अपनी सुरक्षा और निगरानी प्रणाली में सुधार करने की आवश्यकता महसूस हो रही है. वन विभाग को इस मामले में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि बाघों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके.

हाथी दल का विचरण, ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील

एमसीबी जिले में वनमंडल मनेंद्रगढ़ के जनकपुर रेंज के अंतर्गत आने वाले माड़ीसरई सर्किल के बड़वाही बीट में 18 हाथियों का एक दल रात्रि करीब 3:00 बजे से संजय नेशनल पार्क के वस्तुआ परिसर स्थित जामडोल टेड़िया महुआ क्षेत्र में विचरण कर रहा है. 

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गहन निरीक्षण किया जा रहा

इस हाथी दल के कारण बड़वाही क्षेत्र के 6 कृषकों को फसल क्षति और 6 सौर उर्जा पम्प के पाइपों को नुकसान हुआ है. फिलहाल, वन विभाग के सुरक्षा कर्मचारियों और हाथी मित्र दल के द्वारा वन क्षेत्र का गहन निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि हाथियों को सुरक्षित तरीके से जंगल से बाहर निकाला जा सके.स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे जंगल के पास न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें. 

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