छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अंधविश्वास का अनोखा मामला सामने आया है. जहां एक व्यक्ति ने अंधविश्वास के चलते अपनी जीभ काट ली. इसके बाद युवक ने जीभ को काटकर एक पत्थर के पास रख दिया. पास से गुज़र रहे लोगों की नज़र पड़ी तो युवक लहूलूहान हालत में पड़ा हुआ था. इसके बाद राहगीरों ने 108 नंबर पर मामले की जानकारी दी. खबर मिलते ही 108 की टीम मौके पर पहुंचकर उसे इलाज के लिए जिला अस्प्ताल दुर्ग ले गया. घटना के बाद पुलिस को भी सूचित किया गया. जिसके बाद पुलिस ने मामले में रिपोर्ट बनाते हुए आगे की जांच शुरू की.
जानिए युवक ने क्या किया?
मिली जानकारी के मुताबिक, युवक का नाम राजेश्वर निषाद (33) है. राजेश्वर आज सुबह गांव के तालाब के पास बैठा हुआ था. जिसके बाद उसने एक पत्थर के पास बैठकर कुछ मंत्र पढ़ा. फिर अचानक से अपनी जीभ काटकर पत्थर के पास रख दी. मामले को लेकर ASI ने बताया कि राजेश्वर जिस चाकू से जीभ काटा है वह चाकू खुद अपने साथ लाया था. ग्रामीणों ने बताया कि राजेश्वर शंकर भगवान की पूजा करता था. शिव जी को भेंट करने के लिए उसने अपना जीभ काट है. राजेश्वर शादीशुदा है. उसकी पत्नी गूंगी है और उसके तीन बच्चे हैं. पुलिस ने मौके से चाकू बरामद कर लिया है और इस घटना को अंधविश्वास मानकर मामले की जांच कर रही है.
पत्नी को लेकर हुआ खुलासा
जानकारी के लिए बता दें कि जीभ कटने की वजह से राजेश्वर का बयान नहीं हो पाया है. घटना के बाद निषाद को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि निषाद ने अंधविश्वास के कारण इस घटना को अंजाम दिया है. वह इच्छापूर्ति के लिए भगवान शिव को अपनी जीभ चढ़ाना चाहता था. वहीं, उसकी पत्नी पहले से ही गूंगी है. पुलिस बच्चों और ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.
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