पूरे देश में दिवाली (Diwali) को लेकर उत्साह का महौल है. दीपोत्सव की खुशियों को सेलिब्रेट करने की तैयारियां चल रही हैं. हर कोई इस दिवाली को खास अंदाज में मनाना चाहता है. ऐसे में सभी लोग दीपोत्सव की तैयारियों में जोरों शोरों से जुट गए हैं. घर की साफ-सफाई के साथ ही बढ़िया रंग रोगान और लाइटिंग से घर को चमका रहे हैं. वहीं इस साल दीपोत्सव का पर्व दीपावली रविवार, 12 नवंबर को मनाई जाएगी. इस दिन देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है. हालांकि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा (Bemetara) के ग्रामीण क्षेत्रों में ये त्योहार गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) के दिन मनाई जाएगी.
गोवर्धन पूजा के दिन मनाई जाती है दिवाली का त्योहार
दरअसल, बेमेतरा के ग्रामीण क्षेत्रों में हर साल ये त्योहार गोवर्धन पूजा के ही दिन मनाई जाती है. वहीं लक्ष्मी पूजन के दिन निषाद समाज मछली पकड़ने के जाल जिसे छत्तीसगढ़ में सौखी कहा जाता है उसे लेकर पहुंचते हैं और उसे ढक कर अपने घर में सुख समृद्धि आने की कामना करते हैं. साथ ही लोग सौखी को ओढ़कर उनका आशीर्वाद लेते हैं.
सुबह 5 बजे सज जाते हैं बाजार
बता दें कि इसके लिए जिला मुख्यालय बेमेतरा में आज सुबह 5 बजे से ही बाजार सज गए हैं और भारी संख्या में लोग खरीदारी करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं. दरअसल, पूजन सामग्री को बेचने के लिए ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं.
वहीं लोग कमल फूल के अलावा केला पत्ता, फूल, धान की बाली से बने झालर सहित अन्य पूजन की सामग्री लेकर पहुंचते है. जिसके चलते सुबह से ही बाजार में रौनक हो जाती है.
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