
Durga Puja News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में नवरात्रि पर्व शुरू होने से पहले कामठी गांव में दुर्गा माता की मूर्ति स्थापना को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. शिव मंदिर प्रांगण में टेंट पंडाल लगाने को लेकर हिंदू समाज और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी समर्थकों के बीच जमकर झड़प हो गई.
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण जब मंदिर परिसर में पंडाल लगा रहे थे, तो गोंडवाना पार्टी से जुड़े लोगों ने पंडाल उखाड़ कर फेंक दिया और मंदिर परिसर की बाउंड्रीवाल के गेट पर ताला जड़ दिया. इसका विरोध करते हुए दुर्गा समिति के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंच गए. देखते-देखते विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच झूमाझटकी हो गई. इसमें कई लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया.
आला अधिकारियों संभाला मोर्चा
स्थिति बिगड़ते देख मौके पर कलेक्टर गोपाल वर्मा, एसपी धर्मेंद्र छवाई, एसडीएम और तहसीलदार सहित बड़ी संख्या में जिले के आला अधिकारी पहुंच गए. इसके बाद भारी संख्या पुलिस बल को तैनात किया गया. फिलहाल, गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
कलेक्टर बोले, परंपरा के अनुसार होगी दुर्गा स्थापना
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बताया कि पिछले साल भी यहां दुर्गा स्थापना को लेकर विवाद हुआ था. इस बार भी कुछ लोगों ने विरोध किया था, जिनसे बात की गई है. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि परंपरा के अनुसार दुर्गा स्थापना होगी. इसके बाद विवाद शांत हो गया.
एसपी ने भी हिंदू समाज को दिया आश्वासन
कामठी के शिव मंदिर परिसर में हर साल धार्मिक आयोजन को लेकर विवाद होता रहा है. एक ओर गोंडवाना समर्थक इसे अपनी जमीन बताते हैं. वहीं, हिंदू समाज का कहना है कि वर्षों से यहां धार्मिक आयोजन होते आ रहे हैं. दुर्गा समिति के लोगों का कहना है कि जिस जगह पर पंडाल बनाया जा रहा था, वहां हर साल दुर्गा स्थापना किया जाता है, जिसका गोंडवाना पार्टी के लोगों की ओर से विरोध किया जा रहा था. एसपी धर्मेंद्र सिंह छवई ने हिंदू समाज को आश्वासन दिया कि परंपरा के मुताबिक दुर्गा माता की स्थापना यहीं होगी और किसी को रोकने नहीं दिया जाएगा.
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पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप
मंदिर परिसर में दुर्गा पंडाल लगाने गेट का ताला नहीं खोला गया, तब ग्रामीण और बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच गई और बाउंड्री वाल को तोड़ने लगे, जिसे पुलिस रोकने का प्रयास किया, लेकिन जब ग्रामीण नहीं माने और उग्र हो गए. इसके बाद गांव में बिगड़ते महौल को शांत कराने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिससे कई लोगों को चोटे आईं, जिससे वह घायल हो गए. वहीं, बाउंड्री वाल के गिरने से पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए. ग्रामीणों का आरोप है पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई लोग घायल हो गए. वहीं, एसपी ने कहा किसी प्रकार से किसी के साथ मारपीट नहीं किया गया है, माहौल शांत करने के लिए बस शख़्ती बरती गई.
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