
Chhattisgarh News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में गन्ने के खेतों में काम कर रहे पहाड़ी कोरवा युवा सुरक्षित छत्तीसगढ़ लौट आए हैं, इन्होंने वीडियो बनाकर छत्तीसगढ़ सरकार से सहायता की अपील की थी. जैसे ही इसकी जानकारी सीएम विष्णु देव साय को मिली, तो उन्हें इन मजदूरों को सुरक्षित वापस लाने के लिए अफसरों को निर्देश दिए थे, जिसके बाद इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचा दिया गया है.
यह है पूरा मामला
दरअसल, छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र के युवाओं को उत्तर प्रदेश में बंधक बनाकर रखा गया था. वे यहां गन्ने के खेतों में काम कर रहे थे. परेशान युवाओं ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इस वीडियो में उन्होंने सीएम से अपील की थी कि उन्हें यहां से मुक्त कराया जाए. मुख्यमंत्री को जैसे ही यह बात पता चली, तो उन्होंने सरगुजा के अफसरों से बात की और बंधक मजदूरों को छुड़ाकर लाने के निर्देश दिए. इसके बाद कलेक्टर और एसपी ने यूपी के बागपत जिले के प्रशासन से सम्पर्क किया. फिर सरगुजा से एक टीम को यूपी के बागपत के लिए रवाना किया गया, जहां से उन्हें छुड़ाकर लाया गया.
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वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री से कहा धन्यवाद
इन युवाओं ने बागपत से लौटते वक्त एक वीडियो भी जारी किया. इसमें उन्होंने बताया कि सभी कुशलता से हैं. इन लोगों ने बताया कि सरगुजा की प्रशासनिक टीम लगातार संपर्क में रही. इसके लिए युवाओं ने सीएम का आभार जताया है. सुरक्षित लौटे युवाओं में 19 वर्षीय रोहित, 22 वर्षीय जसमन, 20 वर्षीय संदीप, 22 वर्ष अजीत, 19 वर्षीय हरीनाथ शामिल हैं. पांचों युवा संरक्षित जनजाति समूह पहाड़ी कोरवा आदिवासी समाज से हैं. आपको बता दें कि पहाड़ी कोरवा राष्ट्रपति की ओर से संरक्षित जनजाति समूह हैं. ये युवा सरगुजा के मैनपाट क्षेत्र के गांव सुपलगा, परपटिया, चिरगा के निवासी हैं.
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