Raipur News: कोरोना काल (Covid 19) को गए हुए तो लगभग तीन साल हो गए है, लेकिन इससे जुड़ा ताजा मामला फिर सामने आया है. जी हां, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) से एक अनोखा और हैरान करने वाला मामला सामने आया. यहां कोरोना के पहले दौर में मृत (Covid 19 Death) तीन लोगों के शव का अब अंतिम संस्कार (Cremation) किया गया. इन सबका शव रायपुर के मेकहारा अस्पताल में तब से लेकर अब तक पड़ा रहा और कंकाल में तब्दील हो गया. इसकी खबर सामने आने के बाद और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर कोविड-19 से मरने वाले इन लोगों का अंतिम संस्कार हुआ.
किसी ने शवों की नहीं ली सुध
कोरोना से मरने वाले जिन तीन शवों का अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया, वह रायपुर के मेकाहारा हॉस्पिटल में लावारिस हालत में पड़े हुए थे. पहले दौर में ही इनकी जान गई थी और तब से अब तक इनकी किसी ने सुध नहीं ली. मामले को लेकर यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि मीडिया में खबर आने के बाद प्रशासन एक्शन में आई और शवों का अंतिम संस्कार किया गया. बल्कि, अंतिम संस्कार शवों की जगह उनके कंकाल का किया गया.
इस वजह से नहीं हुआ था अंतिम संस्कार
रायपुर के मेकाहारा हॉस्पिटल में पिछले लगभग साढ़े 3 साल से कोरोना से मृत इन शवों को पीपीई कीट में बंद करके रखा गया था. बता दें कि यह अस्पताल राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक है. यहां रोजाना बहुत सारे मरीज इलाज के लिए भी आते हैं. ऐसे में उनके स्वास्थ्य के साथ भी लापरवाही हो रही थी. अंतिम संस्कार के समय इन शवों की हालत इतनी खराब थी कि इनके बारे में यह भी पता लगा पाना मुश्किल हो गया कि किस जेंडर के शव हैं.
नहीं हुआ था पोस्टमार्टम
कोरोना के दौरान मौत होने के कारण इन शवों के अंतिम संस्कार के समय तक भी इनका पोस्टमार्टम नहीं किया गया. जब अधिकारियों से इस संबंध में सवाल किए गए तो उनका कहना था कि शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए जिला कलेक्टर ने निर्देश नहीं दिए थे. उनका निर्देश आने के बाद ही शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
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कलेक्टर के निर्देश पर मृतकों का अंतिम संस्कार
जिला कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर कोविड-19 से तीन मृतकों का देवेंद्र नगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले मृतकों के परिजनों की सहमति भी ली गई, फिर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की गई. अंतिम संस्कार कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन करते हुए किया गया. इस दौरान जिला प्रशासन, नगर निगम, मेकाहारा, पुलिस विभाग की टीम उपस्थित रही.
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