Chhattisgarh News in Hindi : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गौरेला पेंड्रा मरवाही (Gaurela Pendra Marwahi) में एक कैदी की मौत का मामला सामने आया है. पेंड्रारोड जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है. बता दें कि अशोक सोनकर (24) चोरी के बर्तन खरीदने के आरोप में विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद था. कल देर रात तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अशोक की मौत की खबर सुनकर परीजनों में कोहराम मच गया है. यही नहीं, मामले में परिजनों ने पुलिस और जेल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
मौत के बाद क्या बोले परिजन ?
दरअसल, अशोक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही और मारपीट का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि जब भी वे अशोक से मिलने जाते थे, वह काफी डरा हुआ और बीमार नजर आता था. उसने कई बार मारपीट की घटनाओं की जानकारी भी दी थी. कल रात जब अशोक की तबीयत बिगड़ी तो उसे उल्टी की शिकायत के बाद जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद उसे वापस जेल भेज दिया गया.
जेल प्रशासन ने दी जानकारी
जेल प्रशासन का कहना है कि डॉक्टरों की सलाह के मुताबिल, आज सुबह उसे फिर जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे बिलासपुर रेफर करने की सलाह दी. रेफर करने के लिए पुलिस बल की मांग की गई, लेकिन इसी दौरान अशोक की अस्पताल में मौत हो गई.
घर वालों को नहीं दी खबर
मामले में बड़ी लापरवाही यह रही कि कैदी की तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रशासन ने रात में परिजनों को सूचित नहीं किया. सुबह जब अशोक को दोबारा अस्पताल लाया गया, तब परिजनों को इसकी सूचना दी गई. परिजनों का आरोप है कि अशोक की तबीयत पूरी तरह खराब थी और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई.
परिजनों ने मचाया हंगामा
अशोक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा मचाया और जेल प्रशासन पर मारपीट और लापरवाही के आरोप लगाए. परिजनों का कहना है कि अशोक के साथ मारपीट की जाती थी और उसका सही इलाज नहीं किया गया.... जिससे उसकी मौत हो गई.
आरोपों पर क्या बोले अधीक्षक
उपजेल अधीक्षक ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि जेल मैनुअल के मुताबिक, इलाज और बाकी जरूरी चीजे मुहैया कराई गई. उन्होंने कहा कि वे खुद कैदियों की परेड लेते थे और उनका हाल-चाल भी पूछते थे.
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