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2 साल में ₹52 करोड़ खर्च, 52 पंचायतों में नहीं पहुंचा पानी, जल जीवन मिशन के पाइप में बंधे हैं जानवर

Chhattisgarh Latest News : बिना पाइप लाइन विस्तार के स्टाम्प पोस्ट तैयार कर केवल दिखावा किया गया है. कागजों में काम पूरा बताकर ठेकेदार ने विभागीय मिलीभगत से राशि निकाल ली है. ग्रामीण पानी सप्लाई का इंतजार करते-करते थक-हार गए हैं और अब वे बनाए गए स्टाम्प पोस्ट का उपयोग गाय, बैल बांधने के लिए करने लगे हैं.

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2 साल में ₹52 करोड़ खर्च, 52 पंचायतों में नहीं पहुंचा पानी, जल जीवन मिशन के पाइप में बंधे हैं जानवर
कोरिया:

Jal Jeevan Mission : बैकुंठपुर-कोरिया जिले के पटना तहसील क्षेत्र के 52 पंचायतों में पेयजल के लिए 2 साल में करीब 52 करोड़ रुपये से अधिक राशि खर्च की जा चुकी है. इसके बावजूद यहां इस मिशन का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. जल जीवन मिशन से घर-घर पानी (Jal Jeevan Mission - Har Ghar Jal) उपलब्ध कराने के लिए पीएचई विभाग (PHE Department) ने नल कनेक्शन (Functional Household Tap Connection) के लिए पाइप और चबूतरे का काम तो कर दिया गया है, लेकिन सप्लाई लाइन नहीं बिछाई गई. निर्माण के दो साल बाद भी पानी नहीं मिलने से यहां के ग्रामीण परेशान हैं. पेयजल व निस्तार के लिए ग्रामीण पुराने स्रोतों पर ही निर्भर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अधूरी पड़े काम को लेकर विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं.

जल जीवन मिशन के तहत लगाई गई पाइप में बंधे हुए जानवर

जल जीवन मिशन के तहत लगाई गई पाइप में बंधे हुए जानवर

क्या है मामला?

कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखण्ड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पटना सहित आसपास के 52 पंचायतों में ग्रामीणों को हो रही पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए जल जीवन मिशन समेत अन्य योजनाओं के तहत पिछले 2 साल में ओवरहेड पानी टंकी, स्टाम्प पोस्ट, पाईप लाइन विस्तार कार्य के नाम पर 52 करोड़ रुपए से भी अधिक राशि खर्च की गई है, लेकिन घरों के बाहर लगे नल में पानी नहीं पहुंचा. विभागीय लापरवाही से योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल सका है. पंचायतों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है.

अब जगह-जगह नल कनेक्शन के लिए जो पाइप लगाए गए थे और चबूतरे का निर्माण किया गया था वहां पर लोग पाइप को जानवरों के खूंटे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.

पंचायतों में पेयजल आपूर्ति का कार्य शुरू नहीं किया गया, जिस वजह से ग्रामीणों को पेयजल के लिए पानी नहीं मिल रहा है. गांवों में पानी की व्यवस्था के लिए ग्रामीणों को पुराने स्रोत, निजी ट्यूबवेल, हैंडपंप आदि का उपयोग करना पड़ रहा है. 

ठेकेदार ने मिलीभगत कर निकाली राशि

ग्राम पंचायत शिवपुर में आंगनबाड़ी केन्द्र के पास ओवरहेड पानी टंकी बनायी गई है. पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डों में हर ग्रामीण के घरों व सड़क किनारे पानी सप्लाई के लिए स्टाम्प पोस्ट लगाया गया है, लेकिन पानी सप्लाई के लिए गांव में पाइप लाइन का विस्तार नहीं किया गया है. बिना पाइप लाइन विस्तार के स्टाम्प पोस्ट तैयार कर केवल दिखावा किया गया है. कागजों में काम पूरा बताकर ठेकेदार ने विभागीय मिलीभगत से राशि निकाल ली है. ग्रामीण पानी सप्लाई का इंतजार करते-करते थक-हार गए हैं और अब वे बनाए गए स्टाम्प पोस्ट का उपयोग गाय, बैल बांधने के लिए करने लगे हैं.

ग्राम पंचायत चिरगुड़ा, कटोरा में भी ओवरहेड पानी टंकी बनाकर गांव के आधे-अधूरे ग्रामीणों के घरों में पाईप लाइन विस्तार कराया गया है लेकिन जिनके घरों तक पाइप लाइन नहीं पहुंची है वहां भी स्टाम्प पोस्ट तैयार कर दिया गया है. यहां भी ग्रामीण स्टाम्प पोस्ट का उपयोग मवेशी बांधने में कर रहे हैं. 

कई स्थानों के स्टाम्प पोस्ट तो टूट कर नष्ट हो चुके हैं. इसी तरह ग्राम पंचायत छिंदिया, तेंदुआ, डूमरिया, पीपरा, टेंगनी, टेमरी, खोंड़, सावांरावां, करहिया खांड़, बरदिया, कटकोना, मुरमा, अंगा, पूटा, चम्पाझर, डकईपारा, जमगहना, महोरा, अमहर, डबरीपारा, कसरा, तरगंवा, रामपुर, बुड़ार, कुड़ेली सहित क्षेत्र के सभी अन्य पंचायतों में जल जीवन मिशन योजना के तहत 2 साल से निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं और ग्रामीण पानी के इंतजार में हैं.

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