Raipur City South assembly bypoll: छत्तीसगढ़ में रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान होगा. इसके लिए मुख्य दावेदार भाजपा और कांग्रेस समेत कुल 30 उम्मीदवार मैदान में हैं. भाजपा ने रायपुर के पूर्व सांसद और शहर के पूर्व मेयर सुनील कुमार सोनी को मैदान में उतारा है, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार युवा चेहरा आकाश शर्मा युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं.
रायपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद भाजपा विधायक और पूर्व राज्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया था, जिससे यह सीट खाली हो गई थी. एक चुनाव अधिकारी ने मंगलवार को यहां बताया, "रायपुर शहर दक्षिण में 13 नवंबर को स्वतंत्र और निष्पक्ष उपचुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा."
2,71,169 मतदाता करेंगे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
चुनाव अधिकारियों के अनुसार, इस निर्वाचन क्षेत्र में 2,71,169 मतदाता हैं, जिनमें 1,33,800 पुरुष, 1,37,317 महिला और 52 ट्रांसजेंडर शामिल हैं. उपचुनाव के लिए कुल 253 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कर्मियों की पांच कंपनियां तैनात की जाएंगी.मतगणना 23 नवंबर को होगी.
भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला
उपचुनाव में 30 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं, हालांकि इसे मुख्य रूप से सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है. भाजपा ने रायपुर के पूर्व सांसद और शहर के मेयर सुनील कुमार सोनी को मैदान में उतारा है, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार युवा चेहरा आकाश शर्मा युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं.
भाजपा की ओर से प्रचार अभियान का नेतृत्व मुख्य रूप से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और बृजमोहन अग्रवाल ने किया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख दीपक बैज ने मुख्य विपक्षी दल के लिए प्रचार किया.
इन मुद्दों पर दोनों दलों ने मांगे वोट
चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने साय सरकार द्वारा महिला और किसान हितैषी उपायों को उजागर किया, जिसमें महतारी वंदन योजना का शुभारंभ भी शामिल है, जिसके तहत विवाहित महिला लाभार्थियों को 1,000 रुपये की मासिक सहायता प्रदान की जा रही है. कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान के दौरान भाजपा उम्मीदवार सुनील कुमार सोनी पर 2019 से 2024 तक सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया और राज्य में "बिगड़ती" कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा. पिछले साल के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने राज्य की 90 में से 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस ने 35 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने एक सीट जीती थी.