Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर के बिश्रामपुर (Bishrampur) इलाके में संचालित सरकारी शराब दुकान के कर्मचारियों के द्वारा अवैध शराब (Illegal Liquor) बनाने का मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस ने दो शराब दुकान कर्मचारियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. साथ ही पूरे टीम मामले की सभी एंगल से जांच में जुट गई. दरअसल, पुलिस को पिछले काफी समय से सरकारी शराब दुकान से नकली शराब बेचने की शिकायत मिल रही थी, जिसको लेकर पुलिस लगातार सतर्क थी और इसी क्रम में बीती देर रात पुलिस पेट्रोलिंग के दरमियान सरकारी दुकान के पीछे दो कर्मचारी स्पिरिट को पानी से मिलकर शराब की बोतल में भरते देखे गए.
इसके बाद पुलिस ने दोनों कर्मचारियों से पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि उनके द्वारा स्पिरिट और पानी मिलाकर नकली शराब बनाई जा रही है, जिसको सरकारी शराब दुकान से बेचा जाता है. इसके बाद पुलिस ने दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को हिरासत में भेज दिया. वहीं, पुलिस के अनुसार इस पूरे मामले की जांच अभी भी जारी है. शराब दुकान के सभी रिकॉर्ड को खंगाल जा रहा है. पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह अवैध कारोबार कितने दिनों से चल रहा है, इसमें कौन-कौन शामिल हैं.
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तीन लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि कुछ दिन पहले ही नकली शराब पीने की वजह से कोरबा जिले में तीन लोगों की मौत हो गई थी. ऐसे में लगातार नकली शराब वालों के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है. अब देखने वाली बात यहां होगी कि इस पूरे मामले में आबकारी विभाग की क्या भूमिका होती है? क्या इस बड़े सिंडिकेट का खुलासा सूरजपुर पुलिस कर पाएगी..
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