
Pradhan Mantri Awas Yojana Big fraud in Chhattisgarh : बैकुंठपुर-कोरिया जिले में पीएम आवास योजना (PMAY) में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है. सोनहत के अकलासरई-किशोरी में फर्जी जियो टैग फोटो (Fake Geo Tag Photo) के जरिए 1.13 करोड़ रुपए के भुगतान का मामला सामने आया है जबकि यहां स्वीकृत 145 में आधे से ज्यादा मकान अधूरे हैं. यहां आशियाना तो बहुत दूर, लाभार्थियों को पुरानी झोपड़ी में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि जो आवास बन रहे थे वे फर्जीवाड़े की वजह से खंडहर बनते जा रहे हैं.

फर्जीवाड़े की भेंट चढ गए पीएम आवास
कहां का है मामला?
यह मामला सोनहत विकासखण्ड में आने वाली ग्राम पंचायत अकलासरई-किशोरी का है. जहां रहने वाले ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास (PM Awas) कागजों पर तो मिला पर, लेकिन उनका आशियाना आज तक मूर्तरूप नहीं सका. यहां के लाभार्थी आज भी टूटी-फूटी झोपड़ी में रह रहे हैं.
भ्रष्टाचार के इस खेल में ग्राम पंचायत सचिव और उसका ठेकेदार भाई का मास्टर माइंड है. वहीं पीएम आवास योजना के इंजीनियर, मनरेगा विभाग के अधिकारी, तकनीकी सहायक समेत जिला पंचायत (Zila Panchayat) के विभागीय अधिकारी भी शामिल हैं.
सचिव के भाई को ठेका, सालों बाद भी मकान अधूरा
ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार और सचिव ने धोखे से अंगूठा लगवाकर उनकी राशि हड़प ली है. लाभार्थी प्रभु, विजेंद्र, ठाकुरदीन ने NDTV से बात करते हुए कहा कि तत्कालीन सचिव के भाई ने पीएम आवास बनाने के लिए ठेका लिया था. प्रभु और विजेंद्र का कहना है कि पीएम आवास की राशि उनके खाते में नहीं आयी है. ठेकेदार ने करीब 6-7 बार अंगूठे लगवाए और मकान अधूरा छोड़ दिया. वहीं ठाकुरदीन के अनुसार रुपए खाते में आए थे पर मकान बनाने के लिए पूरी राशि निकालकर ठेकेदार को दे दी थी फिर भी काम पूरा नहीं हुआ.
जिम्मेदारों का क्या कहना है?
कोरिया जिला पंचायत सीईओ (CEO) डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में कहीं गलत हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी. जो भी लोग दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी.
पोर्टल पर कैसे चल रही धांधली इन 6 मामलों से समझिए

खंडहर हो रहे हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के घर
केस 1
लाभार्थी प्रभु पिता श्लोक (रजिस्ट्रेशन नंबर CH1420389) के आवास में दो अलग-अलग निर्माण की फोटो अपलोड हैं. पहले फोटो में फ्लाई ऐश ईंटों का इस्तेमाल हुआ है. वहीं दूसरी फोटो में लाल ईंट दिख रही है.
केस 2
लाभार्थी सुनीता (CH1439868) के आवास में पहले फोटो में दो खिड़की नजर आ रही है. जबकि मकान पूरा होने पर एक ही खिड़की है. साथ ही लोकेशन में भी अंतर है.
केस 3
लाभार्थी ठाकुरदीन (CH1669824) और मनेजर (CH1704199) के आवास में एक ही फोटो का इस्तेमाल हुआ है. ठाकुरदीन के मकान में पहली और दूसरी तस्वीर अलग है. बाउंड्रीवॉल और पेड़ मिसिंग है.
केस 4
लाभार्थी शिवप्रसाद (CH1702303) और जयराम (CH1696841) के आवास में एक ही फोटो का इस्तेमाल हुआ है. इसमें जियो टैकिंग फोटो में फर्जीवाड़ा किया गया है.
केस 5
लाभार्थी शांति बाई (CH1685323) के आवास में पहले फोटो में फ्लाई ऐश ईंट का इस्तेमाल हुआ है। जबकि दूसरे फोटो में लाल ईंट नजर आ रहा है। दरवाजा पहले दाएं ओर था जो बाद में बाएं ओर हो गया।
केस 6
लाभार्थी इंद्रा मनिया (CH1156739) के आवास में पहले लाल ईंट का इस्तेमाल हुआ है. जबकि दूसरे फोटो में फ्लाई ऐश ईंट का इस्तेमाल नजर आ रहा है. दोनों फोटो में काफी अंतर है.
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