CG Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दस नक्सली मारे गए, जिनमें तीन महिलाएं थीं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि बस्तर क्षेत्र में शांति और प्रगति का युग लौट आया है.
मुख्यमंत्री साय ने सुरक्षा बलों की प्रशंसा की और कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करना, विकास को सुगम बनाना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. साय ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार नक्सलवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है.
उन्होंने कहा, "बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. बस्तर में शांति, विकास और प्रगति का युग लौट आया है." उन्होंने सुरक्षा बलों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए बधाई दी और कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का खात्मा निश्चित है.
‘योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं'
सीएम ने कहा, "हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों को खत्म करने के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं." सुंदरराज ने बताया कि इस घटना के साथ ही सुकमा समेत सात जिलों वाले बस्तर संभाग में इस साल अब तक अलग-अलग मुठभेड़ों में 207 नक्सली मारे जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि इस अवधि में बस्तर में 787 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, 789 ने आत्मसमर्पण किया और 262 हथियार बरामद किए गए. रायपुर संभाग के धमतरी जिले में इस साल दो नक्सलियों को मार गिराया गया.
तीन महिलाओं समेत 10 नक्सलियों के शव बरामद
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि सुबह भेज्जी पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में भंडारपदर गांव के पास जंगल में मुठभेड़ हुई, जहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.
उन्होंने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने कोराजगुडा, दंतेपुरम, नगरम और भंडारपदर गांवों की जंगली पहाड़ियों पर कोंटा और किस्टाराम क्षेत्र समितियों के माओवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया.
नक्सलियों पर इतना था इनाम
उन्होंने कहा, "घटनास्थल से वर्दी पहने तीन महिलाओं समेत 10 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं." इसके अलावा, एक इंसास राइफल, एक एके-47 राइफल, एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर) और बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) समेत 12 हथियार भी जब्त किए गए हैं. आईजी ने बताया कि मृतकों में से दो की पहचान माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिवीजन के डिवीजनल कमेटी सदस्य और सैन्य प्रभारी मड़कम मासा (42) और एरिया कमेटी सदस्य लखमा माडवी के रूप में हुई है. उन पर क्रमश: 8 लाख और 5 लाख रुपये का इनाम था. अन्य मृतकों में मासा की पत्नी दुधी हुनी (35), उनके गार्ड कोवासी केसा, मड़कम जीतू और मड़कम कोसी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि चारों पीएलजीए प्लाटून नंबर 4 के सदस्य थे और उन पर 2-2 लाख रुपये का इनाम था. अधिकारी ने बताया कि शेष चार मृतक कैडरों की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
ऑपरेशन से लौटने के बाद सुरक्षाकर्मी अपने कैंप में जश्न मनाते और क्षेत्रीय गीतों पर नाचते नजर आए. उनके जश्न के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं.
इसे भी पढ़ें- VIDEO: 10 नक्सलियों को किया ढेर... फिर DRG के जवानों ने इस गीत पर जमकर लगाए ठुमके