
Anti Naxal Operations: राजनांदगांव के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार फोर्स द्वारा नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. नक्सलियों को बैक फुट पर लाने के लिए यहां पुलिस और फोर्स मिलकर समन्वय के साथ कार्य कर रही है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र कटेमा में एनडीटीवी की टीम ने ग्राउंड जीरो पर पहुंच कर बागनदी में जायजा लिया. यह नदी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा बनाती है.
राजनांदगांव के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कटेमा में नक्सलियों का आना-जाना लगा रहता है. यहां एक ऐसी नदी है जिसे बागनदी के नाम से जाना जाता है और यह नदी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा बनाती है. नक्सली इस सीमा का फायदा उठाकर मध्य प्रदेश में घटना को अंजाम देने के बाद छत्तीसगढ़ में, तो कभी छत्तीसगढ़ में घटना को अंजाम देने के बाद महाराष्ट्र में भाग जाते थे. इस सीमा का फायदा नक्सली उठाते थे और फोर्स को सर्चिंग में दिक्कत होती थी, लेकिन फोर्स ने इन सारी सीमाओं को तोड़ते हुए अब ज्वाइंट ऑपरेशन चलाना शुरु कर दिया है.
ज्वाइंट ऑपरेशन से उखड़ेंगे नक्सलियों के पांव
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की टीम एक साथ ज्वाइंट ऑपरेशन चल रही है.एनडीटीवी की टीम ने ग्राउंड जीरो में पहुंचकर नक्सल ऑपरेशन के डीएसपी अजीत ओगरे से खास बातचीत की, जिन्होंने इस नई रणनीति के बारे में जानकारी दी. यह ऐसी जगह है जहां नक्सलियों का आना-जाना लगा रहता है और नक्सली इस नदी को पार करके तो कभी मध्य प्रदेश में तो कभी छत्तीसगढ़ में तो कभी महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश करते हैं और नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए यहां कैम्प भी खोला गया है.
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