
One Nation One Election News: वक्फ संशोधन बिल (Waqf Amendment Bill 2025) को सफलतापूर्वक पास कराने के बाद अब भाजपा (BJP) वन नेशन वन इलेक्शन बिल (One Nation One Election bill) के लिए जमीन तैयार करने में जुट गई है. भाजपा ने अब वन नेशन वन इलेक्शन को प्रचारित करने का फैसला किया है. इसके लिए आम लोगों को जागरुकता करने के लिए भाजपा जल्द ही अभियान शुरू करेगी.
इसी सिलसिले में एक देश एक चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में भी माहौल बनाने का काम किया जा रहा है. भाजपा ने इसलिए बाकायदा जन जागरण अभियान की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है. यह कार्यक्रम संगठन के स्तर पर प्रत्येक जिलों में होना है. 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक इसके लिए कार्यक्रमों की योजना तैयार की गई है. इसके तहत प्रत्येक विधायक को अपने विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित करना है. जहां, विधायक नहीं हैं, वहां पर संगठन के स्तर पर कार्यक्रम होंगे और सांसद भी अपने लोकसभा क्षेत्र में यह कार्यक्रम करेंगे.
त्रि-स्तरीय पंचायत स्तर पर पास किए जाएंगे प्रस्ताव
छत्तीसगढ़ बीजेपी उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने बताया कि इन कार्यक्रमों में बुद्धिजीवियों को आमंत्रित करना है. इन कार्यक्रमों के अलावा सभी नगरीय निकायों व त्रि-स्तरीय पंचायतों में "वन नेशन वन इलेक्शन" के लिए प्रस्ताव पारित करना है. प्रस्ताव की एक प्रति राष्ट्रपति के पास, एक प्रति केन्द्रीय कार्यालय और और एक प्रति प्रदेश कार्यालय को भेजनी है.
पार्टी स्तर पर भाजपा कर चुकी है चर्चा
वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर बीजेपी में पार्टी स्तर पर चर्चा हो चुकी है. रायपुर में पिछले दिनों महामंत्रियों की बैठक में वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर चर्चा हुई. इसके बाद छत्तीसगढ़ बीजेपी ने X पर पोस्ट कर 2019 लोकसभा चुनाव में खर्च और 2024 लोकसभा चुनाव में खर्च का ब्यौरा लिखा. इसके साथ ही बताया कि "एक राष्ट्र, एक चुनाव" वह समाधान है, जो सरकारी संसाधनों के बेवजह होते खर्च पर लगाम लगाकर राष्ट्रहित में उनका प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करेगा.
सीएम साय एक साथ करा चुके हैं नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव
वन नेशन वन इलेक्शन के मामले पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा था कि वन नेशन वन इलेक्शन से देश का भला होगा और बचत भी होगी. प्रधानमंत्री का प्रयास है कि ये देश में लागू हो, इसके लिए कमेटी भी बनी है. हमने एक प्रयास किया कि नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराई जाए.
भाजपा वन नेशन वन इलेक्शन को इसलिए बता रही है जरूरी
वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर बीजेपी के अपने दावे हैं और इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए जन जागरण अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस के इसपर अपने ही तर्क हैं.
कांग्रेस ने बताया प्रोपेगेंडा
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने इसे भाजपा का प्रोपेगेंडा अभियान करार दिया. उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर कई परेशानियां गिनाते हुए कहा कि यह भाजपा का शिगूफा है. भाजपा मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए आए दिन इस तरह के बिल लाती रहती है, जिसका आम आदमी से कोई लेना देना नहीं होता है. जब भाजपा ने धारा 370 हटाया था, तो खूब प्रचार किया गया कि अब भारतीय कश्मीर में जाकर प्लॉट खरीद सकते हैं, लेकिन, क्या आज लोग अपने इलाके में भी 200 गट जमीन खरीदकर घर बनाने के लिए लायक बचे हैं.
भाजपा ने कांग्रेस पर किया पलटवार
बीजेपी वन नेशन वन इलेक्शन को देश हित में बता रही है और कांग्रेस के आरोपों पर कुछ इस तरह जवाब दे रही है. कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन से देशभर में बेहतर कार्य करने का मौका मिलेगा. देश आजाद होने के बाद 15 वर्षों तक इस व्यवस्था पर चुनाव हुए, लेकिन कांग्रेस की अकर्मण्यता की वजह से व्यवस्था बदली, अब उसे फिर से लागू करने की दिशा में बीजेपी सरकार बढ़ रही है, तो उससे नुकसान क्या है.
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वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर चलाए जा रहे जन जागरुकता अभियान का लाभ क्या होगा, ये तो भविष्य में ही पता चलेगा, लेकिन राजनीतिक दलों को इसपर सियासत करने का एक मौका जरूर मिल गया है.
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