बलौदा बाजार के गिरौधपुरी धाम स्थित महकोनी के अमरगुफा में जैतखाम काटे जाने के बाद मचे बवाल और बलौदा बाजार में हुई आगजनी की घटना के बाद से ही सियासी दलों ने घटना को राजनीतिक का अखाड़ा बना दिया है. इधर, घटना की जांच के लिए सरकार द्वारा न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया, इसके बावजूद प्रदेश का सियासी पारा हाई होते जा रहा है.
21 सदस्यीय टीम आगजनी की कर रही जांच
दरअसल, दोनों प्रमुख दलों ने जांच दल गठित किया है. इस घटना के लिए अब तक जांच के लिए चार दलों का गठन किया जा चुका है, जिसमें कांग्रेस की सात सदस्यीय, भाजपा की पांच सदस्यीय, न्यायिक आयोग की एक सदस्यीय और एसआईटी की 21 सदस्यीय टीम जांच कर रही है.
कांग्रेस की सात सदस्यीय दल घटना स्थल पहुंचकर लिया जायजा
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत की नेतृत्व वाली विधायकों का दल घटना स्थल का जायजा लिया. बता दें कि कांग्रेस द्वारा समिति बनाए जाने के बाद भाजपा ने जांच के लिए पांच सदस्यीय दल गठन किया, जिसे कांग्रेस ने हास्यास्पद बताया था. हालांकि भाजपा की जांच समिति आज सुबह गिरोधपुरी के महाकौनी गांव स्थित अमर गुफा पहुंची, जहां घटना के संबंध में जांच समिति के संयोजक खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल सहित अन्य सदस्यों ने मंदिर के पुजारी से बातचीत की.
जांच समिति धरना स्थल का निरीक्षण किया
साथ ही स्थानीय लोगों से भी जैतखाम काटे जाने और उससे संबंधित घटनाक्रम का विवरण लिया. इस दौरान पुजारी सहित ग्राम के निवासियों ने भाजपा की जांच दल को 15-16 मई की हुई घटना के संबंध में पूरी जानकारी दी. घटना की जानकारी लेने के बाद जांच समिति गिरौदपुरी धाम पहुंची, जहां मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद धरना स्थल का निरीक्षण किया.
भाजपा ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
इस दौरान मंत्री दयाल दास बघेल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जहां जैतखाम तोड़ा गया है वहां गए और मंदिर के पुजारी से बात की. मंदिर के पुजारी ने बताया कि 20 मई को गुरु परिवार के तरफ से जैतखाम की फिर से स्थापना कर दी गई है. उन्होंने कहा कि समाज को बदनाम करने के लिए यह बहुत बड़ी साजिश रची गई थी. इसमें उपद्रवी तत्वों का भी हाथ है, इसलिए जांच कराया जाना जरूरी है. उन्होंने समाज को बदनाम किए जाने के लिए कांग्रेस का हाथ बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि 15000 लोगों के लिए भजन की व्यवस्था कांग्रेस की और से की गई थी. विधायक देवेंद्र यादव की उपस्थिति पर उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि देवेंद्र यादव क्या सतनामी हुए हैं, वह क्यों आए थे? धोखा देकर उपद्रवी तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया है.