Bijapur Naxal Encounter : छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 12 नक्सलियों (Naxalites Encounter) को मार गिराया है. इन सभी नक्सलियों के शवों को बरामद कर बीजापुर लाया गया है. मारे गए सभी नक्सलियों की पहचान की जा रही है. आइए जानते हैं जवानों ने नक्सलियों के इलाके में किस तरह से सेंध लगाकर 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया है.
जवानों ने ऐसे घेरा
दरअसल बीजापुर पुलिस को सूचना मिली थी कि पीडिया के जंगल में पापाराव समेत कई बड़े नक्सलियों की मौजूदगी है. दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले की फ़ोर्स ने ज्वाइंट ऑपरेशन (Joint Operation) लांच किया. तीनों जिलों से करीब 1200 जवानों की टीम अलग-अलग इलाकों से निकली. इन टीमों को कई टुकड़ियों में बांट दिया गया था. सुरक्षा बलों के जवान नदी-नाले जंगल पार कर उस जगह तक पहुंच गए थे जहां कमांडर पापराव सहित कई बड़े नक्सलियों का डेरा था. जवानों को आते देख नक्सलियों ने फायरिंग शुरु कर दी. जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की. नक्सली छिपते रहे. रुक-रुक कर दोनों तरफ से गोलियां बरसती रही. करीब 12 घंटे तक रुक-रुक कर फायरिंग होती रही. जवान उसी इलाके में डटे रहे. शुक्रवार की शाम को जब मुठभेड़ खत्म हुई तो जवानों ने इलाके की सर्चिंग की. यहां से 12 नक्सलियों के शव और भारी मात्रा में सामान को जवानों ने बरामद किया है.
जानें कौन है पापाराव ?
जानकारी मिली है कि इस जगह नक्सल संगठन का टॉप लीडर पापाराव भी इस इलाके में मौजूद था. पापाराव पश्चिम बस्तर डिवीजन का कमांडर और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमिटी का मेंबर है. ये 40 लाख रुपये से ज्यादा का इनामी है. छत्तीसगढ़-तेलंगाना, छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश के बॉर्डर के इलाके में इसका दबदबा रहा है. कई घटनाओं का मास्टर माइंड रहा है. दक्षिण बस्तर सहित पड़ोसी राज्यों की पुलिस इसे तलाश रही है.
CM ने दी बधाई
सीएम विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई दी है. सीएम ने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ हम मजबूती से लड़ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह चाहते हैं कि नक्सलवाद खत्म हो. डबल इंजन की सरकार इसके लिए लगातार प्रयासरत है. नक्सलवाद को खत्म करने के लिए हमें केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है.