Anganwadi Workers Protest In Dhamtari : बड़ी अधिक संख्या में छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गांधी मैदान पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का हुजूम उमड़ पड़ा. सब के हाथ तस्वीर में अपनी मांगों को लेकर उठे हुए हैं. सरकार होश में आओ.. होश में आओ.. ऐसे कई नारे लगे. कुछ ऐसा ही नजारा था बीते शुक्रवार का. जहां अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने प्रदर्शन किया. वहीं,सूरज बंछोर तहसीलदार को एक ज्ञापन भी सौंपा. हालांकि, इस मामले पर NDTV संबंधित अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की. लेकिन खबर लिखे जानें तक प्रदर्शन को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं है.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
बता दें कि छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गांधी मैदान पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण संघ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस बीच चार सूत्रीय मांगों को उठाई गई. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं ने कहा कि उनकी चार सूत्रीय मांगे अगर सरकार जल्द पूरा नहीं करती है, तो उग्र आंदोलन भी किया जाएगा, जिसकी जवाबदारी सरकार की होगी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि महंगाई के दौर पर घर चलना मुश्किल हो जा रहा है.
आरोप: सरकार लगातार मांगों की अनदेखा कर रही
विभाग द्वारा काम बढ़ रहा है. लेकिन कार्यकर्ताओं की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. लगातार कई बार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं,सहायिकाओं के द्वारा प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार तक रखा गया. लेकिन सरकार लगातार मांगों को अनदेखा कर रही है.
ये हैं चार सूत्रीय मांगें
पहली मांग: शासकीय कर्मचारी घोषित करते तक 21000 मानदेय दिया जाए या प्रतिवर्ष 10% मानदेय में बढ़ोतरी की जाए.
दूसरी मांग: तत्काल पर्यवेक्षक भर्ती निकली जाए या 50% में आयु सीमा की छूट देते हुए 45 प्लस वालों को विशेष अंक दिया जाए एवं हमारे विभाग द्वारा परीक्षा ली जाए.
तीसरा मांग : सहायिकाओं के मानदेय से कार्यकर्ताओं के मानदेय में कार्यकर्ताओं के मानदेय से 80% वृद्धि कर दी जाए, कार्यकर्ता पद पर सहायिकाओं को सत प्रतिशत पदोन्नति दिया जाए, आयु सीमा का बंधन हटाया जाए एवं भर्ती नियम में संशोधन किया जाए.
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चौथी मांग : कार्यकर्ता सहायिकाओं को सेवा समाप्ति के बाद 10 लाख एकमुश्त राशि दी जाए. इन चार सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं ने प्रदर्शन के जरिए अपनी मांगों भाजपा सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया है. अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो आगे अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा.
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