
Jewellery Loan Scam: इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) की गरियाबंद (Gariaband) जिले की राजिम (Rajim) शाखा में 1.65 करोड़ रुपये की ज्वेलरी लोन घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही (Ankita Panigrahi) को ओडिशा (Odisha) के बरगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है.
अंकिता पाणिग्रही पर आरोप है कि उसने साल 2022 में बैंक के खाताधारकों के बंद खातों का दुरुपयोग करते हुए एक करोड़ 65 लाख रुपये के फर्जी ज्वेलरी लोन स्वीकृत किए और इस रकम का गबन कर खुद को लाभ पहुंचाया.
इन धाराओं में दर्ज हुआ अपराध
यह मामला एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में अपराध क्रमांक 01/2023 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (क), यथा संशोधित अधिनियम 2018 और भारतीय दंड संहिता की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
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दूसरे व्यक्तियों की भूमिका भी हो रही है जांच
एसीबी ने 8 अप्रैल 2025 को बरगढ़ से आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. मामले की जांच कर रही टीम ने बताया कि पूछताछ जारी है और इस आर्थिक अपराध में शामिल कई दूसरे व्यक्तियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है. इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों का मानना है कि आगे की विवेचना से कई और खुलासे होने की संभावना है.
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