Heart Attacks News: भिलाई के साकेत नगर कोहका निवासी विनोद कुमार त्रिपाठी ने रामनगर स्थित स्पर्श मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पर गंभीर चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाया है. दरअसल, रेलवे में सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत उनके 28 वर्षीय बेटे आदर्श त्रिपाठी की 14 नवंबर 2024 को मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि सुबह 8:15 बजे भिलाई के शांति नगर स्थित दशहरा मैदान में क्रिकेट खेलते समय आदर्श को दिल का दौरा पड़ा. तुरंत ही परिवार और साथी खिलाड़ी उन्हें रामनगर स्थित स्पर्श हॉस्पिटल ले गए.
अस्पताल पहुंचने पर लापरवाही के आरोप
परिजनों के अनुसार, सुबह लगभग 8:45 बजे अस्पताल पहुंचने पर कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था. पूछताछ करने पर पता चला कि डॉक्टर साढ़े दस बजे आएंगे. इस बीच, मरीज का उपचार वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टाफ ने शुरू किया. परिवार का आरोप है कि सीटी स्कैन के दौरान वार्ड बॉय ने ऑक्सीजन मास्क हटा दिया, जिससे मरीज को दूसरा दिल का दौरा पड़ा. डॉक्टरों के देर से पहुंचने और समय पर इलाज न मिलने के कारण आदर्श की स्थिति और बिगड़ गई.
'डॉक्टर की देरी से मरीज की मौत'
साढ़े दस बजे डॉक्टर के आने पर मरीज को आईसीयू ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत स्थिर नहीं हो सकी. थोड़ी देर बाद, परिजनों को सूचित किया गया कि मरीज का हृदय पूरी तरह से काम करना बंद कर चुका है.
परिवार का गुस्सा और मांग
विनोद कुमार त्रिपाठी का कहना है कि यदि डॉक्टर समय पर उपलब्ध होते या मरीज को अन्य अस्पताल रेफर किया जाता, तो उनकी जान बच सकती थी. उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र में दर्ज समय 11:44 बजे पर भी संदेह जताते हुए इसे संदिग्ध बताया है. उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मामले की गहन जांच की मांग की है. उनका कहना है कि अस्पताल प्रबंधन और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से अन्य परिवारों को न गुजरना पड़े.
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प्रशासन जांच के बाद दिए कार्रवाई के आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि दोषी पाए जाने पर अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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