
Baikunthpur News: नगर पालिका बैकुंठपुर के वार्ड 6, 10 और 11 में 11 केवी बिजली के तार 80 परिवारों के लिए बड़ा खतरा बने हुए हैं. बिजली विभाग हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग नहीं करवा रहा है. हाईटेंशन तार की ऊंचाई भी काफी कम है. बावजूद इसके 11 केवी लाइन शिफ्टिंग को लेकर नगर पालिका व बिजली विभाग के अधिकारी प्रयास नहीं कर रहे हैं. जबकि हाईटेंशन लाइन में 11000 वोल्ट से करंट दौड़ रहा है. अगर इसके संपर्क में कोई आ जाए तो वह बुरी तरह झुलस सकता है और पल भर में व्यक्ति की जान भी जा सकती है.
साल 2020 में डबरीपारा में कपड़े सुखाने के लिए छत पर गई महिला की हाईटेंशन तार की चपेट में आने से मौत हो गई थी. इसके बाद लोगों ने महलपारा सड़क पर चक्काजाम कर विरोध-प्रदर्शन किया था. प्रशासन, नगर पालिका और बिजली विभाग से आश्वासन मिला था कि बिजली के पोल और लाइन की शिफ्टिंग जल्द से जल्द कराई जाएगी, लेकिन डिमांड राशि नहीं मिलने के कारण बिजली विभाग ने शिफ्टिंग नहीं कराई. इससे पहले कई बार हाईटेंशन तार के टूटकर गिरने से आग लगने और लोगों के झुलसने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं फिर भी अधिकारी इसकी अनदेखी कर रहे हैं.

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दहशत के चलते छत पर लगाया ताला
बाई सागरपारा में घरों के बीच छत से सटकर गुजरी 11 केवी बिजली की हाईटेंशन लाइन छत से एक से 2 फीट की ऊंचाई पर है. छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है. इसकी दहशत से लोगों ने छत के दरवाजे में ताला लगा दिया है ताकि बच्चे छत पर न जाएं. अब देखने वाली बात यह होगी कि बिजली विभाग कब तक लाइन की शिफ्टिंग करवाता है. पार्षद अफताब अहमद ने कहा कि 2020 में हादसे के बाद मैंने पार्षद निधि से करीब साढ़े 7 लाख रुपए से 5 पोल की शिफ्टिंग कराई थी. वार्ड में करीब 80 घर 11 केवी बिजली के तार से प्रभावित हैं. वार्ड में बिजली लाइन की शिफ्टिंग प्रमुख समस्या है. इसके लिए काफी समय से प्रयास कर रहा हूं.
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विभाग ने क्या कहा?
बिजली विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर रमेश ठाकुर ने कहा कि शिफ्टिंग करवाते भी हैं तो बिजली के खंभे किसी और की जमीन या घर के बाहर लगाने होंगे. यहां बिजली के खंभे पहले से लगे हुए थे. लोगों ने घर बाद में बनवाया है. आगे प्रयास कर रहे हैं कि इंसुलेटेड केवल कंडक्टर के माध्यम से यहां सप्लाई दी जाए इससे करंट का खतरा नहीं रहेगा.