
जिले के आदिवासी बाहुल्य खकनार के तुकईथड गांव में एक महिला द्वारा बैंक से लोन लेने के लिए कलेक्टर का फर्जी आदेश सील और हस्ताक्षर करने का मामला सामने आया है. दरअसल तुकईथड गांव की रहने वाली महिला सीमा शिवहरे ने 30 लाख रूपए लोन लेने के लिए कलेक्टर दफ्तर में अनुमति का आवेदन दे रखा था, जो अभी स्वीकृत नहीं हुआ था. इस बीच महिला के संपर्क पर दो दलाल आए और उन्होने संपत्ति को बंधक रखकर लोन लेने का फर्जी आदेश सील और हस्ताक्षर कर लिए महिला को एयू बैंक से 30 लाख रूपए का लोन भी मिल गया है.
संपत्ति बंधर रहन करने के लिए पंजीयन विभाग देने का नियम
अब किसी भी संपत्ति को बंधक या रहन करने के लिए पंजीयन विभाग में सूचना देने होती है एयू बैंक के वकील ने यह संपत्ती की रजिस्ट्री व कलेक्टर के आवेदन पंजीयन विभाग में दिए वकील ने पंजीयन विभाग को सूचित किया कि उन्हें यह कलेक्टर का आदेश सील और हस्ताक्षर सही नहीं लग रहे है. इस पर पंजीयन विभाग ने जांच की तो कलेक्टर का अनुमति पत्र सील और हस्ताक्षर फर्जी पाए गए.
इस पर बुरहानपुर एसडीएम ने पुलिस थाना लालबाग में एफआईआर की एफआईआर पर पुलिस ने आरोपी महिला सीमा शिवहरे व दो अन्य पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करके आरोपी सीमा शिवहरे व एक अऩ्य एजेंट को गिरफ्तार कर लिया है. अभी एक अन्य आरोपी फरार है जिसको भी पुलिस जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. एसपी राहुल कुमार ने बताया दोनों एजेंटो की रिमांड लेकर यह पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने और इस तरह के कहां कहा जालसाजी की है.