2nd State Mining Ministers' Conference: आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में खनिज मंत्रियों के दूसरे सम्मेलन ( 2nd State Mining Ministers' Conference) का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन की अध्यक्षता केन्द्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Minister of Mines, Coal and Parliamentary Affairs Pralhad Joshi) ने की जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) मोहन यादव (CM Mohan Yadav) मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. इस समारोह में मिनरल ब्लॉक्स की नीलामी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मध्यप्रदेश को देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है. भारत सरकार द्वारा जारी इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को प्रदान किया गया.
फिर नम्बर 1 बना अपना मध्यप्रदेश...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 23, 2024
भारत में 29 खनिज ब्लॉकों की नीलामी कर मध्यप्रदेश ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर हम सभी को गौरवान्वित किया है। इस उपलब्धि के लिए मैं सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं एवं खान मंत्रालय का अभिनंदन करता हूं।
मुझे पूर्ण विश्वास… pic.twitter.com/srEE7pHEnG
CM मोहन यादव ने कहा फिर नंबर 1 बना अपना मध्यप्रदेश...
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि पर लिखा है कि "फिर नंबर 1 बना अपना मध्यप्रदेश... भारत में 29 खनिज ब्लॉकों की नीलामी कर मध्यप्रदेश ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर हम सभी को गौरवान्वित किया है. इस उपलब्धि के लिए मैं सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं एवं खान मंत्रालय का अभिनंदन करता हूं. मुझे पूर्ण विश्वास है कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का खनन उद्योग निरंतर भारत की अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता रहेगा. आज भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में केंद्रीय खान मंत्री प्रह्लाद जोशी की अध्यक्षता में आयोजित द्वितीय राष्ट्रीय राज्य खनन मंत्रियों के सम्मेलन में सहभागिता की एवं भारत में 29 खनिज ब्लॉकों की नीलामी कर मध्यप्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर अवॉर्ड प्राप्त किया. सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं."
माइनिंग एंड बियोंड विषय पर लगाई गई प्रदर्शनी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तथा केन्द्रीय मंत्री ने केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. इस प्रदर्शनी में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (Geological Survey of India), जिला खनिज प्रतिष्ठान सहित देश की प्रमुख खनन कंपनियों, निजी एजेंसियों और स्टार्ट-अप्स द्वारा अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है. मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय मंत्री ने इस अवसर पर कॉफी टेबल बुक बिल्डिंग ट्रस्ट-ट्रासंफोर्मिंग लाईव्ज़ का विमोचन भी किया. इसके साथ ही यहां एवरेज सेल प्राईज सिस्टम प्लेटफार्म तथा स्टार रेटिंग ऑफ माइन्स का डिजिटल लोकार्पण किया गया. एक्सप्लोरेशन लायसेंस रूल्स का भी विमोचन हुआ. खनन क्षेत्र में हुए प्रक्रियागत सुधारों और नवाचारों पर लघु फिल्म का भी प्रदर्शन हुआ.
उर्वर भूमि, सघन वन, रत्न, सम्पदा जहां अशेष है,
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 23, 2024
स्वर-सौरभ-सुषमा से मंडित मेरा मध्यप्रदेश है।
ये जो हमारे मध्यप्रदेश को परमात्मा का दिया सम्पदा का वरदान है; धार्मिक और उर्वरा की दृष्टि से भी, वसुंधरा का जिसको आशीर्वाद प्राप्त है; ऐसे मध्यप्रदेश में देशभर के अलग-अलग सेक्टर से आये… pic.twitter.com/Bi2vRyuTxW
मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों के साथ-साथ धर्म, संस्कृति और संस्कार में भी सम्पन्न है : CM
सीएम मोहन यादव ने मध्यप्रदेश गान का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा प्रदेश वन संपदा, खनिज संपदा और प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध होने के साथ-साथ संस्कार, संस्कृति और धार्मिक रूप से भी उन्नत और सम्पन्न है. मध्यप्रदेश को राज्यों के खनिज मंत्रियों के सम्मेलन का अवसर देने के लिए राज्य सरकार केन्द्रीय मंत्री की आभारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व और केन्द्रीय मंत्री के मार्गदर्शन में खनन क्षेत्र की चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करते हुए खनन क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों और नवाचारों से राज्यों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण में मदद मिलेगी, उड़ीसा द्वारा राजस्व वृद्धि के लिए अपनाया गया मॉडल अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय है.
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में समुद्री क्षेत्र में भी खनिज की खोज कर रहा है भारत
सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के भू-भाग सहित समुद्री क्षेत्र की खनिज संपदा को खोजने और उसके उपयोग के लिए की गई पहल सराहनीय है. खनन से संबंधित प्रक्रियाओं सहित सम्पूर्ण शासन व्यवस्था में क्रियान्वित किए गए नवाचार और पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण व्यवस्था से प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्वरूप, सम्राट विक्रमादित्य का आभास कराता है. देश के विभिन्न भौगोलिक भागों में विद्यमान खनिज संपदा की सटीक जानकारी की बढ़ती उपलब्धता से देश की उन्नति के द्वार खुल रहे हैं, माइनिंग ब्लॉक्स की नीलामी जैसी गतिविधियों से खनिज संपदा का देश की उन्नति के लिए अधिक से अधिक उपयोग संभव हुआ है. माइनिंग फंड से लोगों की जिन्दगी बदलने के लिए किए जा रहे कार्य सराहनीय है.
अभिनंदन मध्यप्रदेश...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 23, 2024
29 खनिज ब्लॉक की 100% नीलामी के लिए प्रथम स्थान हासिल करने पर मध्यप्रदेश एवं खनिज संसाधन विभाग, मध्यप्रदेश को हार्दिक शुभकामनाएं।
आज भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित द्वितीय राष्ट्रीय राज्य खनन मंत्रियों के सम्मेलन में केंद्रीय कोयला, खान… pic.twitter.com/aOGHnjy5cl
यह सम्मेलन मील का पत्थर साबित होगा : CM मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि विभिन्न प्रदेशों के खनिज मंत्रियों का यह सम्मेलन खनन क्षेत्र में प्रगति के लिए निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगा, खनन क्षेत्र में आ रही अंतर्विभागीय कठिनाइयों के समाधान का भी मार्ग इससे प्रशस्त होगा. साथ ही खनन क्षेत्र में पर्यावरण तथा वन विभाग से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए विशेष पहल की जाएगी.
सस्टेनेबल माइनिंग से प्रदेश अपनी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार ला सकते हैं - केन्द्रीय मंत्री
केन्द्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मध्यप्रदेश द्वारा खनन गतिविधियों से प्रभावित लोगों के विकास और उनकी आजीविका सुनिश्चित करने के लिए डीएमएफटी (जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट) के अंतर्गत किए गए कार्यों की सराहना की. मध्यप्रदेश के मिनरल ब्लॉक्स की नीलामी में प्रथम आने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को बधाई देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में खनिज संसाधनों की महत्वपूर्ण भूमिका है, खनिज ब्लॉक्स की नीलामी और नवाचारों से राजस्व बढ़ा है, अन्य राज्यों को भी खनिज ब्लॉक्स की नीलामी की दिशा में पहल करना चाहिए. सस्टेनेबल माइनिंग से प्रदेश अपनी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार ला सकते हैं. केन्द्र सरकार, सभी राज्यों को खनन क्षेत्र में हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है.
राज्यों को सौंपी गई क्रिटिकल मिनरल रिपोर्ट्स
राज्यों के खनिज मंत्रियों के सम्मेलन में उड़ीसा के इस्पात एवं खान मंत्री प्रफुल कुमार मलिक, कर्नाटक के खान मंत्री एस.एस. मलिकानुर्जन, उत्तरप्रदेश के एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, नागालैंड के विधायक तथा खनिज सलाहकार डब्ल्यू.सी. कोनयक, केन्द्रीय खनन मंत्रालय के सचिव वी.एल. कांताराव, अतिरक्त सचिव संजय लोहिया तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे. सम्मेलन में आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, उड़ीसा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तरप्रदेश को क्रिटिकल मिनरल रिपोर्ट्स भी सौंपी गई.