Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस नेताओं ने EVM को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रदेश भर से भोपाल आए कांग्रेस प्रत्याशियों (congress candidates) का आरोप है कि राज्य में बड़े पैमाने पर EVM से छेड़छाड़ की गई है. उनका तर्क है कि मतगणना के समय EVM मशीन आश्चर्यजनक तौर पर 99 फीसदी तक चार्ज पाई गई. जो मशीनें चार्ज पाईं गईं उनमें सबसे ज्यादा वोट बीजेपी को मिले. उनका आरोप है कि प्रशासन द्वारा दबाव बनाकर मतगणना के आखिरी पांच राउंड में कई सीटों के परिणाम बदले गए हैं. ये बातें मंगलवार को भोपाल में कमलनाथ (Kamalnath) की अध्यक्षता में हुई प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Madhya Pradesh Pradesh Congress Committee) की बैठक में सामने आईं.
इस समीक्षा बैठक में सभी प्रत्याशियों और विधायकों ने कमलनाथ के नेतृत्व में आस्था जताई. जिसके बाद कमलनाथ ने सभी प्रत्याशियों से चुनाव और संगठन को लेकर अलग-अलग दो रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा. कमलनाथ ने बताया कि वे दिल्ली में दो दिवसीय मीटिंग के बाद लौटेंगे तो पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे और लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएंगे. बैठक में कांग्रेस प्रत्याशियों ने ये आरोप लगाए.
इन आरोपों पर कमलनाथ ने कहा कि वे इस मुद्दे से राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराएंगे जिसके बाद इस पर रास्ता निकाला जाएगा. हालांकि इसी के साथ कमलनाथ ने जोड़ा कि सका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस प्रत्याशियों में कमी नहीं है. उन्हें इसका चिंतन करना चाहिए और पूरी तैयारी से लोकसभा चुनाव में उतरना चाहिए.उन्होंने सभी प्रत्याशियों से अगले दस दिन के अंदर दो अलग-अलग रिपोर्ट उनके पास भेजने को कहा. एक रिपोर्ट में चुनाव का विश्लेषण और दूसरी रिपोर्ट में संगठन की समीक्षा रिपोर्ट होगी.
#WATCH | On review meeting with Congress candidates on election result, Madhya Pradesh Congress chief Kamal Nath in Bhopal says, "Every person kept his/her view. I have asked them to give a report. There is energy among the party workers. I am going to Delhi." pic.twitter.com/7HT0P8gGZr
— ANI (@ANI) December 5, 2023
बैठक के बाद कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि कुछ पूर्व विधायकों ने शिकायत की है कि उन्हें अपने गांव में 50 वोट भी नहीं मिले. इसकी पूरी जांच की जानी चाहिए. दूसरी तरफ सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है. मैंने 2003 से ही ईवीएम द्वारा मतदान का विरोध किया है. क्या हम अपने भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकरों द्वारा नियंत्रित करने की अनुमति दे सकते हैं! यह मौलिक प्रश्न है जिसका समाधान सभी राजनीतिक दलों को करना होगा. माननीय ईसीआई और माननीय सर्वोच्च न्यायालय, क्या आप कृपया हमारे भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करेंगे?''बैठक दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी,कांतिलाल भूरिया,अजय सिंह राहुल भैया,डॉ.गोविंद सिंह,सज्जन सिंह वर्मा,कमलेश्वर पटेल,रामनिवास रावत,रामेश्वर नीखरा और औंकार मरकाम समेत सभी कांग्रेस प्रत्याशी मौजूदे थे.
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