Madhya Pradesh Election Results 2023 : मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर उठापटक चल रही है. सीएम फेस (CM Face in Madhya Pradesh) और सीएम की रेस (CM Race in Madhya Pradesh) में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Minister of Civil Aviation of India Jyotiraditya Scindia) भी शामिल हैं. कांग्रेस (Congress Party) में रहते हुए उनके समर्थक गाहे-बगाहे ही उनको मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते रहते थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जाने के बाद उनके समर्थकों पूरी तरह से इस मामले में चुप्पी साध रखी है, हालांकि उनके मन में यह मांग जरूर उठ रही है. सिंधिया के सबसे खास माने जाने मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस सवाल पर कहा है कि भावनाएं सबकी होती है लेकिन निर्णय संगठन का होता है.
सिंधिया से मिलकर लौटे तोमर
जीत के तोमर ने दिल्ली जाकर केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मुलाकात की और अब ग्वालियर लौट आये हैं. यहां उन्होंने कहा कि वे जीत के बाद महाराज के प्रति आभार जताने गए थे. जब उनसे पूछा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर आप किसे देखना चाहते हैं? क्या सिंधिया जी को मुख्यमंत्री बनना चाहिए? इस सवाल का जवाब तोमर ने बहुत ही नपा-तुला हुआ दिया. उन्होंने कहा कि भावनाएं सभी की सब होती हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी एक संगठनात्मक पार्टी है. यहां निर्णय लेने का काम भी संगठन का होता है. मेरी भी कई भावनाएं हैं, लेकिन जो निर्णय संगठन और पार्टी का होगा वह सभी को मान्य होगा.
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कांग्रेस के EVM मुद्दे पर दिया जवाब
विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस द्वारा ईवीएम (EVM) में गड़बड़ी के आरोप लगाने की बात को लेकर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने वालों ने यह ठीकरा तेलंगाना में क्यों नहीं फोड़ा? जहां जीत गए वहां मशीन का काम सही और जहां हार गए वहां खराब. इसे ही कहते हैं नाच ना आए आंगन टेढ़ा.
कमलनाथ को बताया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का CEO
मंत्री तोमर ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) को लेकर कहा कि उन्हें पीसीसी चीफ (PCC Chief) के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीईओ हैं. अब उनकी सीईओशिप छीन ली जाएगी. अब वे सीईओ नहीं रहेंगे.
बीजेपी ने कलंक का टीका मिटाया
ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा देखो मैंने पहले ही कहा था, आपको याद होगा राजा बंटाधार का मुख्यमंत्री काल, उस समय मध्य प्रदेश पर बीमारू राज्य का कलंक लगा था. उसे बीमारु राज्य का टीका हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के कार्यकाल में और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में मिट चुका है. मध्य प्रदेश अब विकसित प्रदेशों में शामिल हो चुका है.
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