Madhya Pradesh Exit Polls : विधानसभा चुनाव को लेकर देश के पांच राज्यों में वोटिंग हो चुकी है. मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद और परिणाम आने से पहले अब सभी की नजरें अपने-अपने प्रदेश के एग्जिट पोल्स (Exit Polls) पर टिकी हुई हैं. देश में जिन पांच राज्यों में चुनाव में हुए उनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, राजस्थान और तेलंगाना के साथ ही मिजोरम का नाम है. मध्य प्रदेश को हिंदुस्तान का दिल कहा जाता है, यह प्रदेश अपनी अजब-गजब सियासत के लिए भी जाना है. तो चलिए हम आपको आज देश के हृदय प्रदेश यानी एमपी के वोटर्स का एग्जिट पोल क्या है वह बताते हैं.
परिणाम से पहले क्या है अनुमान?
वोटिंग खत्म होने के बाद अब एक्ज़िट पोल सामने हैं. अलग-अलग एजेंसियों ने पांचों चुनावी राज्यों में अपने-अपने पूर्वानुमान सामने रख दिए हैं. मध्य प्रदेश के लिए जो अनुमान लगाए गए हैं उस पर नजर दौड़ाएं तो Republic TV-Matrize के मुताबिक, बीजेपी पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा है. Republic TV-Matrize के एक्ज़िट पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश में BJP पार्टी को 118-130 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी को 97-107 सीटों पर ही सिमटता हुआ दिखाया जा रहा है. इन दो प्रमुख पार्टियों के अलावा एमपी में बीएसपी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिलते दिख रही है. वहीं, अन्य को 2 सीटे मिलने का अनुमान लगाया गया है.
मध्य प्रदेश में मतदान की बात करें तो यहां 17 नवंबर को एक ही चरण में सभी 230 सीटों पर वोटिंग कराई गई थी. वहीं तीन दिसंबर को सभी चुनावी उम्मीदवारों की किस्मत का पिटारा खुलना है.
बीजेपी किसके भरोसे?
इस समय प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता पर काबिज है. इस सत्ता को पांव-पांव वाले भैया के नाम से देश भर में मशहूर राजनेता शिवराज सिंह चौहान चला रहे हैं. सीएम शिवराज को अपनी योजनाओं पर इतना भरोसा है कि वे अपनी जीत को लेकर पूरे विश्वास से बात कर रहे हैं. यही विश्वास और भरोसा प्रचार के दौरान उनकी जनसभा, रैली और रोड शो में भी देखने को मिला था. वे जहां भी जाते थे अपनी सरकार की जनहितैषी और जनकल्याण वाली योजनाओं का ढिंढोरा पीट देते.
कांग्रेस का क्या है दांव?
वहीं दूसरी ओर, सत्ता पाकर भी विपक्ष में बैठने को मजबूर हुई कांग्रेस पार्टी (Congress) सत्ता पाने के लिए एन्टी-इन्कम्बैन्सी को अपना बड़ा हथियार मान रही है. इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Ex CM Kamal Nath) को अपनी गारंटियों और वचनों पर पूरा भरोसा है. कांग्रेस पार्टी इन्हीं मुद्दों के सहारे सत्ता का तानाबाना बुन रही है. कमलनाथ भी पूरे दमखम के साथ दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल होगा. बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव, यानी 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने ही सरकार बनायी थी, जिसकी सत्ता कमलनाथ के पास थी, लेकिन महज 15 महीने में ही सत्ता पलट गई, और मार्च, 2020 में बीजेपी की सरकार बनी और शिवराज सिंह चौहान फिर से ताजपोशी हुई.
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