
अम्बिकापुर जिला प्रशासन की नाक के नीचे भूमाफिया के द्वारा विशेष संरक्षित जाति पहाड़ी कोरवा परिवार की तीन एकड़ की जमीन को फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवाने का मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार शुक्रवार को न्याय की गुहार लगाने अम्बिकापुर के कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा. पीड़ित पहाड़ी कोरवा परिवार ने दोनों कार्यालयों में ज्ञापन सौपा. अब इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
दरअसल, पूरा मामला गांव पंचायत श्रीगढ का है, जहां रहने वाली रंगमतिया कोरवा ने यह आरोप लगाया है गांव के ही सनमोगन अन्ना नामक व्यक्ति जो उनके ही घर में किराए पर रहते थे. साल 2016 में एक व्यक्ति की जमानत कराने के लिए सनमोगन अन्ना उसे न्यायालय लाए, उसके बाद उसके जमीन के कागजात रख लिए.
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रंगमतिया कोरवा का कहना है कि कई बार जमीन के कागजात मांगने पर भी संमोगन अन्ना ने उसके कागजात वापस नहीं किए. 4 जुलाई को संमोगन उसकी पत्नी ज्योति केरकेट्टा और डब्ल्यू राजवाड़े उसके घर पहुंचे और उसे कोर्ट लेकर आ गए और कई जगह अंगूठा लगवा लिया. पीड़िता ने बताया कि उसने इसकी जानकारी अपनी बहू को दी तो वह तत्काल गांव के पटवारी से मिली.
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इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने कहा कि पहाड़ी कोरवा परिवार की पुश्तैनी जमीन फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने की लिखित शिकायत मिली है. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.