आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस जोश और उत्साह के साथ मनाया गया. जिला मुख्यालय पर आयोजित मुख्य समारोह में कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने झंडा लहराया. वहीं शहर में आज का दिन इतिहास में दर्ज हो गया जब पहली बार 100 फीट की ऊंचाई पर तिरंगे को पूरे सम्मान के साथ लहराया गया. इस झंडे को दिव्यांग शंभू लाल विश्वकर्मा के हाथों लहराया गया. जानकारी के लिए बता दूं कि शंभू लाल देख नहीं पाते हैं.
देश के कोने-कोने में आजादी महोत्सव लोगों के उत्साह को सातवें आसमान पर लेकर गया. शहर की पहचान विजय स्तंभ चौराहा पर नगर पालिका परिषद द्वारा स्थापित 100 फीट ऊंचे पोल पर तिरंगा फहराने का स्वर्णिम दिन था. जिसके साक्षी इलाके के हजारों लोग बने. नगर पालिका परिषद के निर्णय अनुसार इस ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने के लिए झंडा वंदन हेतु पूर्ण रूप से दृष्टि दिव्यांग शंभू लाल विश्वकर्मा का चयन किया गया.
नगर पालिका अध्यक्ष नीलेश पटेल ने एनडीटीवी को बताया कि करीब 11 लाख रुपए की लागत से यह ध्वज और पोल लगाया गया. पोल की ऊंचाई सौ फीट है. जबकि तिरंगे की लंबाई बीस फीट जबकि चढ़ाई तीस फीट है. इस कार्य के लिए शहर के ही दृष्टि दिव्यांग शंभू लाल का चयन किया गया. दरअसल, शंभू पोस्ट ऑफिस में सेवारत है. इतनी परेशानियों के बावजूद वो लोगों के लिए प्रेरणा हैं.