मुरैना (Morena) और चंबल (Chambal) क्षेत्र में सरसों की फसल इस बार अच्छी हुई है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अनुकूल मौसम के कारण ऐसा हुआ है. पर्याप्त बारिश और धूप की कमी के चलते सरसों में रोग नहीं लगा और दाना मोटा आया है, जिससे किसानों और व्यापारियों दोनों को फायदा हुआ है. सरसों की पैदावार अच्छी होने से किसानों को प्रति बीघा तीन से पांच क्विंटल सरसों मिली है. हालांकि, अभी भी किसान सरसों की कीमतें बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं.