
केन्द्रीय कारागार सतना की जेल में बंद कैदियों ने जेल प्रशासन की पहल पर एक दिन में सवा लाख शिवलिंग बनाकर इतिहास रच दिया. बंदियों एवं जेल स्टाफ ने श्रावण सोमवार और नागपंचवीं के उपलक्ष्य पर यह अनुष्ठान किया. सोमवार को शिवलिंग पूजन के दौरान जेल परिसर मेें हर-हर महादेव के भक्तिमय नारे गूंजते रहे.

बताया जाता है कि केन्द्रीय कारागार में बंद तमाम कैदियों की भगवान शिव पर आस्था है. उन पर अपराध के दाग भले हों, लेकिन भक्तिभाव अब भी कायम है. इसी के चलते जेल प्रशासन ने तय किया की सभी लोग मिलकर श्रावण सोमवार के दिन पार्थिव शिवलिंग की पूजा करेंगे. जेल में बंद करीब दो हजार पुरूष और 90 महिलाओं ने पार्थिव शिवलिंग बनाने में सहभागिता निभाई.

बाहर स्टॉफ ने सहभागिता निभाई जबकि पूजा-पाठ का पूज्य संत देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी महराज के शिष्य डॉ रजनीश शास्त्री ने कराया. उन्होंने विधि विधान पूर्वक पूजा पाठ किया. इसके बाद माधवगढ़ नदी में विसर्जन किया गया.
जेल इतिहास में पहली बार हुआ
केन्द्रीय जेल की अधीक्षक लीना कोष्ठा ने बताया कि सतना केन्द्रीय जेल के इतिहास में यह पहला मौका है जब इतनी संख्या में पार्थिव शिवलिंग तैयार किए गए और पूजन हुआ. सहायक जेल अधीक्षक अभिमन्यु पाण्डेय, राजकिशोर गुर्जर, विनय त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारियों ने पूजा-पाठ में हिस्सा लिया.