
मध्य प्रदेश के सागर संभाग के अन्तर्गत आने वाला पन्ना जिला जो देश-दुनिया में मंदिरों, झीलों और हीरों के लिए प्रशिद्ध है. यह जिला चारो ओर से घने जंगलों से घिरा हुआ है. हालांकि पन्ना को बुंदेलखंड का सबसे पिछड़ा जिला भी कहा जाता है. कोविड काल के दौरान जहां देश-दुनिया में ऑक्सीजन की समस्या एक बड़ी समस्या रही, लेकिन कलेक्टर संजय कुमार मिश्र की पहल और सबसे बड़े परिवर्तन की वजह से यहां ऑक्सीजन की कमी नही हुई. क्योंकि यहाँ बहुत सारी ऐसी स्वास्थ्य सुविधाएं है, जो अपग्रेड नही थी. इसके बावजूद कलेक्टर की पहल पर बंद पड़ा ऑक्सीजन प्लांट को चालू कराया गया. ऑक्सीजन प्लांट जिले के लिए एक बरदान साबित हुआ और एक बड़ी उपलब्धि कही जाती है.
कलेक्टर संजय कुमार मिश्र राजप्रशासनिक सेवा में 1996 में आये. उन्हे कई जिलों में काम करने के बाद 2011 बैच आईएएस अवार्ड प्राप्त हुआ. 2018 में आईएएस का प्रमोशन हुआ जो पिछले 3 सालों से पन्ना कलेक्टर के पद पर पदस्थ है. कलेक्टर संजय कुमार मिश्र उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले है. जहां से उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी की है. कलेक्टर संजय कुमार मिश्र की एक पुत्री है जो कोविड काल मे समाजसेविका के रूप में सामने आई थी.
कैसा है सरकारी विभाग का वर्क कल्चर
जिले में सरकारी विभागों में वर्क कल्चर पर आईएएस संजय की राय है, कि पन्ना जिले में विभागों में 20 से 30 प्रतिशत पद खाली है, जिस कारण समस्या आती है. लेकिन एक टीम बना कर सभी विभागों में काम किया जाता है. समय-समय पर विभागों के अधिकारियों को गाइड किया जाता है, ताकि खाली पड़े पदों की कमी महसूस हो. आईएएस संजय के अनुसार कोई बार कोई परेशानी आने पर वह व्यक्तिगत सोर्स का इस्तेमाल करके समस्या का समाधान करतें है.
इन योजनाओं के जरिए जिले का होगा तेज गति से विकास
अगले 5 साल में पन्ना जिला बहुत ही तेज गति से विकसित होने वाले जिलों की सूची में शामिल होगा. अगले 2 साल में रेलवे स्टेशन यहां पर बनकर तैयार हो जाएगा. केंद्र सरकार की सबसे बड़ी परियोजना केन- बेतवा लिंक परियोजना का काम शुरू हो गया है. जो एक बड़ी उपलब्धि है. रेलवे का पूरा नेटवर्क रेस्ट हाउसेस स्टेशन आदि का कार्य भी चल रहा है. अमानगंज में एक सीमेंट फैक्ट्री सेंसन हो चुकी है, अन्य दो फैक्ट्रियों का भी काम चल रहा है, जिसके चलते उद्योगों और रोजगार का साधन यहां उपलब्ध हो रहा है. ऐतिहासिक महेंद्र भवन हेरीटेज होटल के रूप में विकसित हो रहा है. कृषि महाविद्यालय पन्ना में चालू हो चुका है. पन्ना शहर का मास्टर प्लान एक्सपायर हो गया था, जिसके लिए नया मास्टर प्लान बनाया गया है. पेयजल की समस्या का भी स्थाई निराकरण किया जा चुका है. पर्यटन के लिए नया अकोला गेट किल चालू करवाने की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है, जिससे आसपास के क्षेत्रों को काफी रोजगार मिलेगा. इन योजनाओं के माध्यम से आईएएस का पिछड़े कहे जाने वाले पन्ना जिले को विकास की मुख्य धारा में लाने का लक्ष्य है.
गांव के लोगों की समस्या का समाधान करने में है रुचि
आईएएस संजय कुमार मिश्र के जीवन का सबसे यादगार पल गरीब मदद करना है. उन्होंने बताया की इस सेवा में आने का उनका पहला उद्देश्य गरीबों की मदद करना है. जब कोई आम आदमी परेशानियों में होता है, और उस संबंध में कलेक्टर से संपर्क करता है तो उसकी परेशानियों का हमेशा समाधान करने का हर संभव प्रयास इनके (आईएएस) द्वारा किया जाता है.
छुट्टियां मिलने पर जातें हैं ऐतिहासिक जगहों पर
आईएएस संजय कुमार मिश्र को काम और मीटिंग की वजह से पन्ना जिले से बाहर जाने का समय नही मिलता है. छुटियों में पन्ना जिले के ही कई ऐसे ऐतिहासिक जगह जैसे पन्ना टाइगर रिजर्व, पांडवफाल, बृहस्पति कुंड आदि जगहों में परिवार सहित जाकर छुट्टियां बीतातें हैं.