
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्वास्थ्य व्यस्था की हालत बेहद खराब है. यहां के बरियारपुर भूमियान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन डॉक्टर नदारद रहते हैं. स्वास्थ केंद्र पर मरीज़ों को भर्ती करने की व्यवस्था भी नहीं है. क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि, महिलाओं की डिलीवरी के समय ना तो उन्हें चाय दी जाती है और ना ही नाश्ता दिया जाता है. स्वास्थ्य केंद्र में पर्दे की कोई व्यवस्था नहीं है. सबसे बड़ी विडंबना ये है कि, डिलीवरी वाली महिलाओं को गैलरी में ही लेटना पड़ता है.
इस स्वास्थ्य केंद्र में एक महीनें में कम से कम 40 डिलीवरी होती हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ 2- 4 पलंग ही हैं. इन पलंगों पर चादर नहीं होतें हैं और जिन पर हैं उनपर कटे फटे चादर हैं. डिलीवरी के समय महिलाओं को खुद घर से चादर और पन्नी लेकर आना पड़ता है ताकि उन पलंगो पर बिछाया जा सके.
स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए नहीं है कोई पंखों की व्यवस्था, केंद्र में उचित साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं होने से मरीज़ों को मच्छर भी काफी परेशान करते हैं.ग्रामीणों के अनुसार, स्वास्थ केंद्र में नर्सों का व्यवहार भी ठीक नहीं होता, इलाज़ के एवज़ में मरीज़ों से मांगती हैं पैसे. उन्होनें बताया कि पिछड़ा हुआ इलाका होने के कारण यहां कोई अधिकारी जांच के लिए भी नहीं आतें. ग्रामीणों ने प्रशाशन से नए पलंग और नए बिस्तर उपलब्ध कराने के साथ, स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों और अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई करने मांग की है.