
MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बालाघाट (Balaghat) से ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां कुछ शातिर जालसाजों ने सरकारी योजना के नाम पर मोटी ठगी की. अब इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. बताया जा रहा है कि ये गिरोह बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. जिसके बाद वारासिवनी थाना पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि 9 मार्च को रंजिता फूलमारी नाम की महिला ने वारासिवनी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया कि पे टू पे सोशल फाउंडेशन (Pay to Pay Social Foundation) नाम की एक संस्था है जो जयपुर (राजस्थान) से चल रही थी. ये संस्था सरकारी योजना का झांसा देकर लोगों से पैसे ठग रही है.
कैसे होती थी ठगी ?
आरोपियों ने बताया कि इस योजना में 550 रुपये जमा करने होते हैं. अगर कोई व्यक्ति किसी और को इस योजना में जोड़ता है, तो उसे 40 रुपये कमीशन मिलेगा. ये योजना 17 लेवल तक बनाई गई थी और हर लेवल पर अलग-अलग इनाम रखा गया था. आरोपियों ने दावा किया कि जो व्यक्ति सभी 17 लेवल पार कर लेगा, उसे 1 करोड़ रुपये मिलेंगे.
पुलिस ने पकड़े गिरोह के चोर
पुलिस ने इस मामले में राजस्थान के रहने वाले पे टू पे सोशल फाउंडेशन (Pay to Pay Social Foundation) के अध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है. अन्य गिरफ्तार आरोपियों में महीपाल सिंह शेखावत, कैलाश जांगिड, शंकर परिहार (बालाघाट) और हरीश मेश्राम शामिल हैं.
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पुलिस ने आरोपियों से कई अहम सबूत बरामद किए हैं, जिनमें संस्था की रसीदें, बैंक ट्रांसफर के दस्तावेज और वेबसाइट की ID और पासवर्ड शामिल हैं. अब तक जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने 93,000 लोगों से 5 करोड़ 11 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की है. पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है. साथ ही पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये गिरोह और भी किसी तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल था या नहीं.
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