Digital Arrest : मध्य प्रदेश के मऊगंज इलाके से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक 35 साल की महिला टीचर साइबर ठगी का शिकार हो गईं. जालसाजों की धमकियों से परेशान होकर शिक्षिका ने जहर खा लिया, जिससे उनकी मौत हो गई. दरअसल, रेशमा पांडे को पिछले 10 दिनों से अनजान नंबरों से व्हाट्सएप वीडियो कॉल आ रहे थे. इन कॉल्स में कुछ लोग पुलिसकर्मी के वेश में दिख रहे थे. ठगों ने उन्हें धमकी दी कि उनके नाम से भेजे गए एक पार्सल में अवैध सामग्री मिली है और यदि उन्होंने 50,000 रुपये नहीं दिए, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. डर के मारे रेशमा ने ठगों के खाते में पहले 22,000 रुपये और फिर 5,500 रुपये ट्रांसफर कर दिए. लेकिन जालसाज कहां मानने वाले थे... वे लगातार और पैसों की मांग करते रहे, जिससे शिक्षिका मानसिक तनाव में आ गईं.
मौत के बाद भी करते रहे कॉल
ठगों की धमकियों से परेशान होकर रेशमा ने रविवार को जहर खा लिया. परिवारवालों ने उन्हें तुरंत रीवा के संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि रेशमा की मौत के बाद भी ठग उनके फोन पर लगातार कॉल करते रहे.
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पुलिस ने शुरू की मामले में जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है. पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया कि साइबर टीम जांच में जुट गई है. रेशमा के जीजा विनोद पांडे ने बताया कि रेशमा ठगों की धमकियों से बेहद डर गई थीं. ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उन पर दबाव बनाया और उनकी मजबूरी का फायदा उठाया.