संसद में नारी शक्ति वंदन विधेयक पेश किए जाने पर प्रसन्नता जताते हुए लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंगलवार यानी 19 सितंबर को कहा कि यह प्रस्तावित कानून देश की महिलाओं के त्याग और क्षमताओं को रेखांकित करता है. इस विधेयक में संसद के निचले सदन, राज्य विधानसभाओं और दिल्ली विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करने का प्रावधान हैं.
'नारी शक्ति वंदन विधेयक' नाम दिया जाना बढ़िया कदम है: पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर में ‘‘पीटीआई-भाषा'' से कहा कि इतिहास बताता है कि भारतीय महिलाओं ने समाज के लिए बहुत त्याग और योगदान किया है. नारी शक्ति वंदन विधेयक महिलाओं के त्याग और क्षमता को रेखांकित करता है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक को 'नारी शक्ति वंदन विधेयक' नाम दिया जाना भी बढ़िया कदम है.
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नारी शक्ति वंदन विधेयक पास होने के बाद महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी
उन्होंने कहा कि मेरे मन में हमेशा यही भावना रही है कि एक मनुष्य के रूप में महिला और पुरुष बराबर हैं. ऐसे में कोई व्यक्ति स्त्री को कुछ देने वाला भला कौन होता है? महाजन ने आगे कहा कि लोकसभा और विधानसभाओं के फैसलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़नी आवश्यक है और नारी शक्ति वंदन विधेयक के कानून बनने के बाद इस दिशा में खासी मदद मिलेगी.
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