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This Article is From Dec 29, 2023

CM यादव की सख्ती का कितना असर? कहीं नियमों की उड़ रही धज्जियां, तो कहीं प्रशासन एक्टिव, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

Action on Buses in MP: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेश के बाद प्रशासन एक्शन मोड पर आ गया है. कई शहरों में प्रशासन ने चेकिंग अभियान चलाकर वाहनों पर कार्रवाई की. हालांकि, अभी भी कई जगहों कर यातायात नियमों को तोड़ा जा रहा है.

CM यादव की सख्ती का कितना असर? कहीं नियमों की उड़ रही धज्जियां, तो कहीं प्रशासन एक्टिव, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

Reality Check of Buses: गुना बस हादसे (Guna Bus Accident) के बाद मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग (Transport Department) एक्टिव मोड में आ गया है. जहां एक ओर पुलिस (Madhya Pradesh Police) द्वारा कई शहरों में चेकिंग अभियान चलाया गया, वहीं दूसरी ओर अभी भी ऐसे कई शहर हैं, जहां खुलेआम सड़क नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) के निर्देश के बाद प्रशासन द्वारा वाहन चालकों और मालिकों को यातायात नियमों के पालन करने की सख्त हिदायत दी गई है. लेकिन, सीएम के आदेश का असर राज्य में कितना है? इसी की जांच पड़ताल के लिए NDTV की टीम ने राज्य के कई शहरों से रियालिटी चेक किया. हम आपको इन शहरों का ग्राउंड रिपोर्ट बता रहे हैं.

राजधानी भोपाल (Bhopal) में मिसरोद रोड पर आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police Bhopal) ने बसों की जांच की. इस दौरान ओवरलोडिंग करने वाली बसों पर कार्रवाई की गई. जबकि बसों की हालत को लेकर किए गए रियालिटी चेक में बेहद ही चौंकाने वाली बातें सामने आई. भोपाल की रोडवेज बसों में यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा सामान नहीं दिखा. इन बसों में अग्निशमन यंत्र भी नहीं था.

खुलेआम नियमों की उड़ रही धज्जियां

देवास जिले (Dewas) की बाद करें तो, शहर के बस स्टैंड के पीछे ही ट्रैफिक पुलिस थाना है. लेकिन, बस मालिकों को पुलिस का डर नहीं है. यहां खुलेआम यात्रियों की ओवरलोडिंग की जा रही है. कई यात्री चालक के पास इंजन के बोनट पर बैठकर यात्रा करते दिखे. बस स्टैंड पर पुलिस सहायता केंद्र भी बना हुआ है, लेकिन यहां पुलिस के जवान नजर नहीं आते हैं. बता दें कि देवास जिले में गत माह बस पलटने से एक मासूम बच्चे की मौत हो गई थी और कई यात्री घायल हो गए थे. इसके बाद भी जिले में बसों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

देवास में यात्रियों की ओवरलोडिंग देखने को मिली.

देवास में यात्रियों की ओवरलोडिंग देखने को मिली.

सीधी में वसूला गया जुर्माना

विदिशा (Vidisha) में स्कूली चार पहिया वाहन और बसों का परिवहन कार्यालय में फिटनेस टेस्ट किया जा रहा है. इसके साथ ही और अन्य चार पहिया वाहन भी फिटनेस टेस्ट के लिए जिला परिवहन कार्यालय पहुंच रहे हैं. विदिशा के सहायक जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि फिटनेस टेस्ट के दौरान वाहनों की जांच के साथ ही कार्रवाई भी की जा रही है. वहीं सीधी जिले (Sidhi) में पुलिस प्रशासन एक्शन में दिखा. यहां दो पहिया और चार पहिया वाहनों की सघन जांच की गई. जिसमें 01 लाख 03 हजार 600 रुपये के चालान की राशि वसूली गई.

सीधी में प्रशासन एक्टिव मोड मे दिखा.

सीधी में कलेक्टर रात में चेकिंग करते दिखे.

अनूपपुर (Anuppur) में आरटीओ और यातायात विभाग ने संयुक्त रूप से बस, ऑटो और अन्य वाहनों का फिटनेस, परमिट आद चेक किया और कागज नहीं होने पर चालानी कार्रवाई की. बैतूल में ट्रैफिक पुलिस ने शहर के कारगिल चौक पर लगभग 50 बसों की पड़ताल की. जिसमें ज्यादातर बसों में अग्निशमन यंत्र आउट डेटेड मिले. जबकि कुछ में काफी खराब हालत में मिले. इसके अलावा कुछ बसों में फस्ट एड बॉक्स भी मोजूद नहीं थे. ट्रैफिक पुलिस की टीम ने बसों की बीमा, फिटनेस की वैलिडिटी और इमरजेंसी डोर भी चेक किया.

यात्रियों की हो रही ओवरलोडिंग

शिवपुरी (Shivpuri) में किए गए रियालिटी चेक में बेहद ही चौंकाने वाली तस्वीरें देखने को मिली. यहां ज्यादातर बसें खस्ता हालत में चलती हुई दिखाई दीं. इसके साथ ही बसों में यात्रियों की ओवरलोडिंग बेहद ही आम बात है. बसों के केबिन में भी यात्रियों को बैठाया जा रहा है. यात्रियों के साथ-साथ बसों में भारी में मात्रा में सामान लादा जा रहा है. ये सामान यात्रियों के बैठने की जगह और बस की छत में भी लादा जा रहा है, जो कि सड़क दुर्घटना का कारण बनता है.

शिवपुरी में बस में उपलब्ध सीट से ज्यादा यात्री दिखे.

शिवपुरी में बस में उपलब्ध सीट से ज्यादा यात्री दिखे.

इसके साथ ही शिवपुरी की सड़कों में दौड़ रही बसों का फिटनेस और परमिट सवालों के घेरे में है. ना तो यहां की बसों में यात्रियों की सुरक्षा के इंतजाम हैं और ना ही आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन यंत्र. यहां के एक बस ऑपरेटर ने नाम न बताने की शर्त में ये तक कह दिया कि अगर सरकार ज्यादा सख्ती से पेश आएगी, तो बस ऑपरेटर हड़ताल कर देंगे और चक्का जाम कर देंगे. वहीं बुरहानपुर में पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने बस स्टैंड पर पहुंचकर बसों की परमिट, बीमा और फिटनेस की जांच की. इसके साथ ही जिन वाहनों में कागजात की खामियां पाई गईं उन्हें पूरा करने की हिदायत दी गई. वहीं दूसरी ओर बस संचालकों, ट्रेवल एजेंटों और स्कूल बस संचालकों ने बैठक बुलाई है.

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