
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शासकीय जन चिकित्सालय से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही की वजह से एक युवक का शव अस्पताल की टंकी के ओवरफ्लो से भिगता रहा. वहीं इस दौरान अस्पताल स्टाफ की नजर लाश पर गई, लेकिन किसी ने शव को वहां से नहीं हटाया.
दरअसल, विदिशा (Vidisha) के शासकीय जन चिकित्सालय में युवक का शव 15 मिनट तक अस्पताल की टंकी के ओवरफ्लो से भिगता रहा, लेकिन किसी स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया. हालांकि जब मीडिया का कैमरा अस्पताल की बड़ी लापरवाही को कैद किया तो अस्पताल स्टाफ में अफरा तफरी मच गई और आनन फानन में मृतक के शव को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. ये मामला गंजबासौदा (Ganjbasoda) अस्पताल का है.
कई बार लापरवाही की घटना आई सामने
बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब इस तरह की घटना गंजबासौदा अस्पताल से सामने आई हो, बल्कि इससे पहले भी अस्पताल से लापरवाही की घटनाएं कई बार सामने आ चुकी है.
सड़क हादसे में हुई थी युवक की मौत
दरअसल, अम्बा नगर के पास पैदल चल रहे तीन ग्रामीण लोडिंग ट्रक के पलटने से चपेट में आ गए थे और तीनों ट्रक के नीचे दब गए. वहीं जेसीबी की मदद से तीनों को बाहर निकाला गया और गंभीर हालात में शासकीय राजीव गांधी जन चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. हालांकि डॉक्टर ने 32 वर्षीय धर्मेंद्र चिढार को मौके पर मृत घोषित कर दिया, जबकि 80 वर्षीय गणेश राम अहिरवार को प्राथमिक उपचार के बाद विदिशा रेफर कर दिया. वहीं तीसरे युवक खूब सिंह का इलाज अभी भी शासकीय राजीव गांधी जन चिकित्सालय में जारी है.
टंकी के ओवरफ्लो से भिगता रहा शव
इधर, धर्मेंद्र चिढार को मृत घोषित करने के बाद स्टाफ ने शव को अस्पताल परिसर में रख दिया, जहां शव 15 मिनट तक अस्पताल की टंकी के ओवरफ्लो से भिगता रहा, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.
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