विदिशा (Vidisha) के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड (Emergency ward) में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद नर्सिंग स्टाफ ने डॉक्टर पर अभद्र व्यवहार (Indecent behavior) करने का आरोप लगाते हुए काम बंद कर दिया. साथ ही सिविल सर्जन को लिखित शिकायत दी है. जानकारी के मुताबिक, जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जब डॉक्टर राजकुमार वर्मा राउंड पर पहुंचे तो उन्होंने स्टाफ से एक मरीज की अलग से देख रेख करने के लिए निर्देश दिए, जिसके बाद विवाद हो गया.
नर्सिंग स्टाफ ने डॉक्टर पर लगाया आरोप
नर्सिंग स्टाफ का आरोप है कि डॉक्टर राजकुमार वर्मा क्लिनिक पर मरीज देखने के बाद उसका इलाज जिला अस्पताल में करने के लिए भर्ती करते हैं. साथ ही साथ नर्सिंग स्टाफ से उनकी देखरेख अलग से करने के लिए कहते हैं. वहीं ट्रामा सेंटर के ऑब्जरवेशन कक्ष में जहां मरीज को महज तीन से चार घंटे के लिए आपात स्थिति में रखा जाता, वहां इन डॉक्टरों के मरीजों को दो-तीन दिन तक भर्ती रखा जाता है. इसी बात को लेकर डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के बीच विवाद हो गया, जिसके बाद स्टाफ ने काम बंद कर दिया.
स्टाफ ने सिविल सर्जन से की शिकायत
स्टाफ ने डॉक्टर राजकुमार वर्मा द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार की लिखित शिकायत सिविल सर्जन से की है. नर्सों का हंगामा देख डॉ राजकुमार वर्मा भी जिला अस्पताल से चल गए.
नर्सिंग स्टाफ का यह आरोप है कि राजकुमार वर्मा साहित कई अन्य डॉक्टर भी इसी प्रकार से निजी क्लीनिक पर मरीजों का इलाज करने के बाद जिला अस्पताल में उन्हें भर्ती कर उपचार करते हैं और उनका स्पेशल ट्रीटमेंट करने को कहते हैं. हंगामा के बाद देर रात सिविल सर्जन जिला अस्पताल पहुंचे और नर्सिंग स्टाफ का ज्ञापन लिया. साथ ही 3 डॉक्टरों की टीम बनाकर मामले की जांच करने का आश्वासन दिया.
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