
IAS Madhav Agarwal Success Story: मध्य प्रदेश के ग्वालियर का यूपीएससी 2024 में एक बार फिर डंका बजा है. आयुषि बंसल ने यूपीएससी 2024 में सातवीं और माधव अग्रवाल ने 16वीं रैंक हासिल कर ग्वालियर के साथ-साथ मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया. आयुषि बंसल ने तीसरे अटेम्प्ट तो माधव अग्रवाल ने चौथा प्रयास में यह सफलता हासिल की है. दरअसल, पिछली बार आयुषि का 97वीं रैंक, जबकि माधव का यूपीएससी में 211वीं रैंक थी.
माधव की इस सफलता से पूरे परिवार मे खुशी का माहौल है. उनका चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में हुआ है. बता दें कि माधव अग्रवाल बड़े औद्योगिक घराने से ताल्लुक रखते हैं और वो इस मुकाम को कड़ी मेहनत से हासिल किया है.
व्यवसायी परिवार से ताल्लुक रखते हैं माधव अग्रवाल
दरअसल, माधव अग्रवाल का ताल्लुक व्यवसायी परिवार से है और पीढ़ियों से चाय के बड़े कारोबारी हैं. दाल बाजार में आर आर टी कम्पनी के मालिक राकेश अग्रवाल के दो बेटे और एक बेटी हैं. बड़े बेटे का रुझान परम्परागात व्यवसाय में था, जबकि छोटे बेटे माधव का पढ़ाई में.
ग्वालियर से की शुरुआती पढ़ाई
माधव ने ग्वालियर के लिटिल एन्जल्स स्कूल से प्राइमरी शिक्षा हासिल की. इसके बाद आगे की पढ़ाई इंदौर के डेली कॉलेज से की, जहां से वो अब्बल नंबर से 12वीं परीक्षा पास की. इसके बाद मुंबई से बीबीए किया.
शुरू से माधव अग्रवाल का पढ़ाई में थी रुचि
इसी दौरान उन्हें लगा कि सीए करना थोड़ा चैलेंजिंग हैं तो उन्होंने सीए की पढ़ाई शुरू कर दी. वहां की एक बड़ी सीए फर्म में इंटर्नशिप करते समय उन्हें लगा सीए से काम नहीं चलेगा तो उन्होंने सीएफए की पढ़ाई शुरू कर दी. सीएफए की पढ़ाई के दौरान उन्हें यूपीएससी को लेकर दिलचस्पी जागी.
तीसरे अटेम्पट में बने IPS
माधव के पिता राकेश अग्रवाल बताते हैं कि उन्हें लगा कि सबसे बड़ी एग्जाम तो यूपीएससी की हैं जिससे सिविल सर्विसेज में जाते हैं तो माधव फिर इस नयी चुनौती को लेकर इसकी तैयारी मे जुट गए. उन्होंने कुल चार अटेम्पट दिए. तीन में वे इंटरव्यू तक पहुंच पाए. तीसरी बार में आईपीएस बन गए और चौथी बार का रिजल्ट आज आया तो उन्होंने आखिरकार वह मुकाम हासिल कर ही लिया, जिसके लिए उन्होंने चुनौती स्वीकार की थी.
कलेक्टर रुचिका चौहान ने भी ग्वालियर शहर निवासी माधव अग्रवाल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुभकामनाएं दी.