
Neemuch Collector Office: मध्य प्रदेश में प्रत्येक मंगलवार को प्रदेश भर में जिला कलेक्टर कार्यालय पर जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है. जहां दूर दराज से लोग अपनी पीड़ा और समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगाने के लिए पहुँचते है. जब प्रशासन ऐसे लोगों की गुहार नहीं सुनता है तो हताश निराश होकर वे अपनी मांगों को लेकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं. ऐसा ही एक तरीका मंगलवार को नीमच कलेक्टर कार्यालय पर जावद तहसील के उपरेडा गांव के एक आदिवासी युवक ने अपनाया.
क्यों लगाई ऐसी गुहार?
मुकेश भील की जमीन निलिया गाँव में मौजूद है. आरोप है कि गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उस पर कब्जा कर लिया गया है. इस कब्जे को हटाने के लिए गरीब अदिवासी युवक ने कई बार अधिकारियों को शिकायत पर समाधान नहीं किया गया. इससे आहत होकर युवक जा पूर्व में की गई शिकायतों की माला गले में पहनकर कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचा. जहां एडीएम लक्ष्मी गामड़ ने इसकी शिकायत सुनी और संबंधित अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए.
कहीं ना कहीं इस तरह के मामले जनसुनवाई में अपनाई जा रही प्रक्रिया और शिकायतों के निराकारण में हो रही देरी की ओर इशारा कर रहे हैं. जिससे समय पर लोगों को न्याय नही मिल रहा है. यदि समय पर जनसुनवाई में शिकायतों का निराकरण होने लग जाये तो, लोगों को इस तरह विरोध प्रदर्शन करने और बार-बार शिकायत लेकर दूरदराज से कलेक्टर कार्यालय पर ना आना पड़े.
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