Weather Based Crop Insurance Scheme For Farmers: बुरहानपुर की विधायक और पूर्व मंत्री अर्चना चिटणीस (MLA Archana Chitnis) ने दिल्ली प्रवास के दौरान मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच मौसम आधारित फसल बीमा योजना को लेकर बातचीत हुई. विधायक अर्चना चिटणीस ने बुरहानपुर (Burhanpur) के केला उत्पादकों (Banana Producing Farmers) को मौसम से होने वाले नुकसान के भरपाई को लेकर भी बात की. इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने उन्हें मौसम आधारित फसल बीमा योजना पर विचार करने का आश्वासन दिया.
केला किसानों को कृषि मंत्री से हैं उम्मीदें
बता दें कि मध्य प्रदेश में बुरहानपुर जिले में सबसे अधिक केला का उत्पादन किसान करते हैं. पिछले कई सालों से हर साल तेज हवा-आंधी और बारिश के चलते केला उत्पादकों की करोड़ों की खड़ी फसल तबाह हो जाती है. सरकार से पीड़ित किसानों को जो मुआवजे के रूप में राशि मिलती थी, वह ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर हुआ करती थी. हालांकि, तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केला उत्पादक किसानों के इस दर्द को समझते हुए 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर मुआवजा राशि को बढ़ाकर 2 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर कर दिया था.
अब जब शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय कृषि मंत्री बन गए हैं, ऐसे में बुरहानपुर जिले के केला उत्पादक किसानों को यह उम्मीद है कि वे महाराष्ट्र की तर्ज पर बुरहानपुर सहित पूरे मध्य प्रदेश में केला उत्पादक किसानों के लिए फसल बीमा योजना लागू करेंगे. जिसके बाद प्राकृतिक आपदा की स्थिति में केला उत्पादक किसानों को नुकसान की शत प्रतिशत भरपाई हो पाएगी.
विधायक अर्चना चिटनीस ने रखी ये मांगें
बुरहानपुर की विधायक और पूर्व मंत्री अर्चना चिटणीस ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर बुरहानपुर जिले के केला उत्पादक किसानों सहित पूरे प्रदेश में उद्यानिकी फसलों पर मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को देने की मांग की. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मांग पर सकारात्मक आश्वासन दिया है. विधायक अर्चना चिटणीस ने साथ ही एडब्ल्यूएस स्थापना होने तक वर्ष 2024-25 और वर्ष 2025-26 में वर्ष 2019-20 के दिशा-निर्देश अनुसार ही मौसम आधारित फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन किए जाने के निर्देश जारी कर किसानों को लाभान्वित करने की भी मांग रखी. वर्तमान में मध्य प्रदेश में विंड मैनुअल 2023 के तहत तहसील स्तर पर ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन एडब्ल्यूएस की स्थापना की जा रही है.
महाराष्ट्र में लागू है मौसम आधारित फसल बीमा योजना
मुलाकात के दौरान विधायक अर्चना चिटणीस ने कहा कि वर्ष 2019-20 से आज तक उद्यानिकी फसलों को फसल बीमा योजना के तहत शामिल नहीं किया जा रहा है. मध्य प्रदेश में केला फसल के अंतर्गत लगभग 50 हजार हेक्टेयर रकबा है. बीते वर्षों में केला फसल का बीमा न होने के कारण और मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण केला फसल की उत्पादकता में कमी आई है. फसल उपज कम होने के कारण कृषकों को आर्थिक घाटा उठाना पड़ रहा है, जबकि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में केला फसल में मौसम आधारित फसल बीमा लागू है. जिसका महाराष्ट्र के कृषकों को लाभ दिया जा रहा है.
मई में बुरहानपुर में आई थी आंधी
अर्चना चिटणीस ने कहा कि मध्य प्रदेश में लगभग 30 लाख हेक्टेयर में उद्यानिकी फसलें होती हैं. उद्यानिकी फसलों पर जलवायु परिवर्तन का काफी प्रभाव पड़ता है, जिससे उद्यानिकी फसलों की उत्पादकता में काफी गिरावट देखी गई है. इस कारण उद्यानिकी कृषकों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. विधायक अर्चना चिटणीस ने कहा कि 25-26 मई 2024 को अंधड़, आंधी-तूफान ने बुरहानपुर के किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है. जिला प्रशासन से सर्वे कराकर शासन को रिपोर्ट सौंप दी है. अब तक आंधी-तूफान और ओलावृष्टि से 3-4 या 7-8 गांव का आधा रकबा प्रभावित हुआ था.
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