
MP Ujjain Simhastha 2028: मध्य प्रदेश में उज्जैन सिंहस्थ 2028 के निर्माण कार्यों में अब कोई लापरवाही नहीं चलेगी. उज्जैन में चल रहे कामों की हर दिन ऑनलाइन निगरानी की जाएगी. इसके लिए जिला प्रशासन ने PMIS (Project Monitoring Information System) नाम का डिजिटल सिस्टम शुरू किया है.
ये रहेगी खासियत
इस सिस्टम से अधिकारी अपने मोबाइल पर ही हर काम की स्थिति देख सकेंगे. साथ ही अब हर निर्माण स्थल से जियो टैग फोटो और वीडियो अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है. हर दिन निर्माण की प्रगति रिपोर्ट, खर्च की जानकारी, काम में देरी की वजह, कर्मचारियों की उपस्थिति, साइट से जियो टैग फोटो और वीडियो अपडेट होंगे.
कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बताया अब हर निर्माण कार्य की लाइव मॉनिटरिंग की जा सकेगी. सभी विभागों को रोजाना काम की जानकारी इस सॉफ्टवेयर पर डालनी होगी, ताकि समय पर काम पूरा हो और कोई लापरवाही न हो.
उन्होंने बताया कि इसके ज़रिए राज्य और ज़िला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी भी सीधे मॉनिटरिंग कर सकेंगे. इस बार का सिंहस्थ पूरी तरह डिजिटल और तकनीकी रूप से आधुनिक होगा. इसमें मोबाइल ऐप और ई-पास, वर्चुअल दर्शन की सुविधा, AI-बेस्ड सूचना सेवा, फेस रिकग्निशन मशीनें, ड्रोन से निगरानी, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शामिल होंगे.
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क्यों जरूरी है ये सिस्टम?
हर जगह जाकर रोजाना निगरानी करना मुश्किल था, खासकर जब कई स्थानों पर एक साथ काम चल रहा है. इस डिजिटल सिस्टम से हर अधिकारी बैठे-बैठे काम की स्थिति जान सकेगा, जिससे काम में पारदर्शिता भी रहेगी और समय पर पूरा होने की उम्मीद भी रहेगी.
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