विज्ञापन

Ujjain News: सोशल मीडिया पर आपराधिक रील बना कर दिखाते थे धौंस, अब कान पकड़ कर मांगी माफी

Social Media Criminal Real: सोशल मीडिया पर आपराधिक और हथियारों के प्रदर्शन की रील पोस्ट करने की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने ऐसे लोगों को चिन्हित करने के निर्देश दिए थे, जो इस तरह की रील पोस्ट करते हैं,जिसके चलते पुलिस ने करीब 50 ऐसे युवकों को तलब किया, जिनका आपराधिक रिकॉर्ड है.

Ujjain News: सोशल मीडिया पर आपराधिक रील बना कर दिखाते थे धौंस, अब कान पकड़ कर मांगी माफी

Social media Real: मध्यप्रदेश के उज्जैन में पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपराधिक  रील बनाने वालों पर कड़ी नजर रख रही हैं. अभियान के चलते पुलिस ने शनिवार को ऐसी रील पोस्ट करने वाले 50 से अधिक रिकॉर्ड धारियों को तलब किया तो उन्होंने कान पकड़कर माफी मांगी. हालांकि, बाद में पुलिस ने सभी को शपथपत्र लेकर छोड़ दिया.

दरअसल, सोशल मीडिया पर आपराधिक और हथियारों के प्रदर्शन की रील पोस्ट करने की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने ऐसे लोगों को चिन्हित करने के निर्देश दिए थे, जो इस तरह की रील पोस्ट करते हैं,जिसके चलते पुलिस ने करीब 50 ऐसे युवकों को तलब किया, जिनका आपराधिक रिकॉर्ड है.

युवकों ने कान पकड़कर लगाए नारे

ऐसे युवकों ने कान पकड़कर नारे लगाए कि अपराध करना पाप है, पुलिस हमारी बाप है. इसके बाद एएसपी नीतेश भार्गव ने उन्हें  शपथ दिलाई कि वह अब अपराध नहीं करेंगे, साथ ही बांड भी भरवाए. एसपी शर्मा ने बताया कि बावजूद अगर कोई अपराध करता है, तो उस पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी.

इन्फ्लूएंसर ने मानी गलती

मुहिम के चलते कुछ ऐसे युवकों की भी जानकारी मिली है, जिनका अपराधिक रिकॉर्ड नहीं, लेकिन वो ऐसी रील पोस्ट करते हैं. एएसपी भार्गव ने ऐसे दर्जनों इन्फ्लूएंसर को भी बुलाया और उन्हें सोशल मीडिया की जिम्मेदारियों, कानूनी सीमाओं और समाज पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में विस्तार से अवगत कराया. समझाइश पर सभी युवकों ने गलती मानते हुए माफी मांगी और वचन दिया कि वे भविष्य में सोशल मीडिया पर आपराधिक, अनुशासनहीन या भ्रामक सामग्री पोस्ट नहीं करेंगे.

यह भी पढ़ें- Mahakal Temple में अब महंत और पुजारी नहीं कर सकेंगे विशेष दर्शन, इस वजह से लगी पाबंदी !

ऐसी बनाएं रील

इस दौरान केवल सख़्ती नहीं दिखाई, बल्कि युवाओं को यह भी समझाया कि सोशल मीडिया एक सशक्त मंच है, जिसका उपयोग जागरूकता, शिक्षा, सामाजिक सद्भाव और सकारात्मकता फैलाने के लिए किया जाना चाहिए. उनका प्रचार करना युवाओं में गलत संदेश फैलाता है. पुलिस का उद्देश्य केवल दंड देना नहीं, बल्कि समाज को सही दिशा और जिम्मेदारी की भावना देना है.

यह भी पढ़ें- BCCI सचिव ने इंदौर की घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण; वर्ल्ड कप के बीच 2 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से छेड़छाड़

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close