
Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के उज्जैन में सोयाबीन की खराब हुई फसल के मुआवजे को लेकर किसानों ने अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया.किसानों ने सोयाबीन की शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार किया. 15 दिन में मांग पूरी करने के लिए चक्काजाम कर एसडीएम को ज्ञापन दिया. चेतावनी दी है कि 15 दिन में मांग नहीं मानने पर बड़ा आंदोलन करेंगे.
शहर से करीब 75 किमी दूर खाचरौद में सोयाबीन की फसल खराब होने ओर उचित मूल्य नहीं मिलने पर शुक्रवार को
नापाखेड़ी,केसरिया, नांदियासी, बुरानाबाग सहित कई गांव के किसान ट्रैक्टर, बैलगाड़ी और मोटरसाइकिलों से खाचरौद पहुंचे. फिर बड़ी संख्या में किसानों ने बस स्टैंड से तहसील कार्यालय तक खराब हुई फसल की शव यात्रा निकालकर आग चक्काजाम कर जमकर नारेबाजी की फिर अर्थी को आग लगा दी.
किसानों का दावा है कि अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है. एक बीघा में मात्र 50 kg फसल हुई, जिससे लागत भी नहीं निकली. खेत में पानी भरा हुआ है और पटवारी सर्वे की बात कर रहे है.
किसानों ने यह की मांग
किसान सुरपाल सिंह भाटी ने बताया कि किसानों को 15 दिन में प्रति बीघा 10 हजार रुपए मुआवजा दिया जाए. बीमा कंपनियों की मनमानी पर रोक लगे ओर बिना सर्वे फसल बीमा की पूरी राशि मिले. सोयाबीन का एमएसपी से ऊपर दाम तय कर तुरंत भुगतान, खराब हुई फसलों का त्वरित सर्वे और पूरा मुआवज़ा सहित भावांतर योजना की खामियों को दूर करें, जिससे किसानों को लाभ मिले न कि व्यापारियों को. इन मांगों के साथ एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.
यह दी चेतावनी
तहसील कार्यालय का घेराव करते हुए किसानों ने एसडीएम नेहा साहु को ज्ञापन सौपकर चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों में उनकी मांग नहीं मानी तो प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन होगा. मामले में एसडीएम साहु ने सर्वे का आश्वासन देकर किसानों की मांग सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करवाया.
ये भी पढ़ें रियल एस्टेट कारोबारी के ठिकानों पर ED की रेड, कोल घोटाला में पैसों के इन्वेस्टमेंट को लेकर चल रही है जांच