
Ujjain Fake Mawa Factory: दीपावली के मौके पर मिठाई की बढ़ती मांग के बीच मिलावटखोर भी एक्टिव हो गए हैं. उज्जैन जिले में खाद्य विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की. टीम ने ग्राम बदरखा में एक फैक्ट्री पर छापा मारकर नकली मावा बनाने का भंडाफोड़ किया. टीम ने मौके से 160 किलो नकली मावा और 20 किलो मिल्क पाउडर जब्त किया गया. फैक्ट्री को तुरंत सील कर दिया गया.
मावा बनाने की अवैध फैक्ट्री
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत शर्मा के अनुसार, फैक्ट्री में मिल्क पाउडर और वनस्पति घी मिलाकर हानिकारक मावा तैयार किया जा रहा था. संचालक रिजवान पटेल के पास न तो फूड लाइसेंस था और न ही किसी प्रकार की गुणवत्ता जांच की रिपोर्ट. इसका मतलब यह हुआ कि यहां बनी मिठाइयां सीधे स्वास्थ्य के लिए खतरा थीं.
खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
खाद्य विभाग की टीम ने चिमनगंज पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा. मौके पर फैक्ट्री में काम चल रहा था और टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी सामग्री जब्त कर ली. फैक्ट्री के दस्तावेज और रजिस्ट्रेशन की कोई जानकारी नहीं मिली. विभाग ने अब सैंपल जांच के लिए भेजे हैं और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मिठाई कारोबारियों के लिए चेतावनी
कलेक्टर रोशन सिंह ने इस मामले में मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. दीपावली के दौरान मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है, इसलिए प्रशासन ने सभी मावा और मिठाई व्यवसायियों पर नजर रखी हुई है. यह कार्रवाई सभी कारोबारियों के लिए एक चेतावनी है कि स्वास्थ्य और गुणवत्ता की अनदेखी करना भारी पड़ सकता है.
ये भी पढ़ें- Diwali 2025: दीवाली पर दिखा भावुक करने वाला मंजर, आशा निकेतन में रह रहे बुजुर्गों की सामने आई दर्दनाक कहानी
परिवार और ग्राहकों के लिए सुरक्षा संदेश
इस मामले ने एक बार फिर याद दिलाया कि बाजार में बिकने वाली मिठाइयों की जांच बेहद जरूरी है. परिवार और ग्राहक हमेशा सुनिश्चित करें कि वे लाइसेंस और गुणवत्ता मानक वाले उत्पाद ही खरीदें. ऐसा नहीं करने पर स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता है.
ये भी पढ़ें- मातम में बदली दीपावली की खुशियां; हादसे का शिकार हुए भाई-बहन, युवक की मौके पर मौत