
Baba Mahakal Bhasm Aarti: मध्य प्रदेश के उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर में भस्म आरती में शामिल करवाने के नाम पर ठगी के मामले बढ़ गए हैं. इन मामलों के सामने आने के बाद मंदिर समिति एक्शन मोड में है. इस पर रोक लगाने के लिए समिति ने एक प्लान भी तैयार किया है, जो ठगी का शिकार होने से शिव भक्तों को बचाएगा. अगर आप भी बाबा महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती में शामिल होने का प्लान कर रहे हैं तो पहले ये बातें जरूर जान लें.
जानें क्या है भस्म आरती
उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर में हर दिन सुबह 4 बजे होने वाली मंगला आरती में बाबा को भस्म से स्नान कराया जाता है. इसमें शामिल होकर दर्शन कर पुण्य प्राप्ति की चाह हर कोई शिवभक्त रखता है. इसमें शामिल होने के लिए पहले ही बुकिंग की जाती है.
ये है तैयारी
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को ठगी से बचाने के लिए लगातार मंदिर के कंट्रोल रूम से एनआउंसमेंट होती रहेगी. जिसमें ये बताया जाएगा कि इसमें बताया जाएगा कि भस्म आरती की अनुमति कैसे मिलती है और इसके लिए कितने पैसे देने होते हैं. समिति का मानना है कि ऐसा करने का मकसद भस्म आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय की जा सके और पूरी व्यवस्था पारदर्शी तरीके से चले.
इतने रुपए जमा करने होते हैं
महाकाल की भस्म आरती दर्शन के लिए मंदिर समिति प्रतिदिन करीब 1700 भक्तों को अनुमति जारी करती है. इसमें मंदिर की वेबसाइट के माध्यम से 400 भक्तों को ऑनलाइन अनुमति दी जाती है. भस्म आरती के लिए 500 अनुमति प्रोटोकॉल के तहत वीआइपी भक्तों को मिलती है. 400 सीट पुजारी, पुरोहित के यजमानों के लिए आरक्षित हैं, वहीं सामान्य लोगों लिए 400 सीट रिजर्व हैं. भस्म आरती दर्शन के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपये शुल्क ऑनलाइन जमा करना होता है.
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कई लोग हो चुके हैं ठगी का शिकार
लंबे समय से मंदिर में रुपये लेकर भस्म आरती दर्शन की अनुमति दिलाने का अवैध काम चल रहा है. इसके लिए कई लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं. मंगलवार को ही बेंगलुरु के दो श्रद्धालुओं से 7000 रुपये की ठगी हो गई. पिछले 4 महीने में एक दर्जन ऐसे मामले आ चुके हैं, जिसमें बिचौलियों ने दर्शन अनुमति दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी की है.