विज्ञापन

2-5 लाख में रेलवे में गैंगमैन से TTE तक की नौकरी ! रतलाम में फर्जी नियुक्ति पत्र बांटने वाले ऐसे पकड़े गए

Madhya Pradesh Fraud: रतलाम पुलिस ने दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो युवाओं से लाखों रुपए ऐंठ कर उन्हें रेलवे के फर्जी नियुक्ति पत्र देते हैं . ये बदमाश पन्ना और शहडोल के रहने वाले हैं . जो रतलाम के एक होटल में ठहरे हुए थे. मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने इस ठगों को पकड़ा तो पुलिस के भी होश उड़ गए. इन ठगों के पास से पश्चिम रेलवे के एक दर्जन से ज्यादा फर्जी नियुक्ति पत्र मिले हैं

2-5 लाख में रेलवे में गैंगमैन से TTE तक की नौकरी ! रतलाम में फर्जी नियुक्ति पत्र बांटने वाले ऐसे पकड़े गए

Railway Job Scam: बिना परीक्षा, बिना इंटरव्यू नौकरी मिले तो भला कौन नहीं करना चाहेगा...आपकी इसी चाहत या यूं कह लें लालच का फायदा उठा रहे हैं ठग. जी हां रतलाम में पुलिस (Ratlam Police)दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है जो बेरोजगार युवाओं को रेलवे का फर्जी नियुक्ति पत्र (Fake Appointment letter) बांट कर लाखों रुपये ठग रहे थे. ये ठग बकायदा रेलवे के लेटर पैड पर गैंगमैन, खलासी से लेकर  टिकट निरीक्षक या TTE तक का नियुक्ति पत्र दे रहे थे. दोनों ठग रतलाम के होटल में ठहरे हुए थे जिन्हें पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया. ये ठग रेलवे में मौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से दो से पांच लाख रुपये लेते थे. 

दरअसल रतलाम के स्टेशन रोड थाना पुलिस को सूचना मिली कि दो युवक यहां एक होटल में ठहरे हुए हैं जो बेरोजगार लोगों को रेलवे में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने छापा मार कर दोनों गिरफ्तार किया. इन दोनों युवकों के नाम प्रकाश लोधी और विमलेन्द्र कुमार मिश्रा हैं.

प्रकाश पन्ना के खेरो गांव का तो विमलेंद्र शहडोल के खुदरी रोड इलाके का रहने वाला है. इनके पास से पुलिस ने रेलवे के करीब दो दर्जन दस्तावेज मिले हैं. ये सभी रेलवे के फर्जी नियुक्ति पत्र है जो इन्होंने खुद तैयार किए थे. पुलिस के मुताबिक ये दोनों लोग रतलाम में रहने वाले एक शख्स के लिए काम करते हैं. पुलिस उसे मास्टरमाइंड मान रही है. पुलिस ने दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) में केस दर्ज किया है. 
पुलिस को अब तक की जांच में पता चला है कि दोनों बदमाश अलग-अलग शहरों में फर्जी आधार कार्ड दिखाकर होटलों में ठहरा करते थे. वे अपनी पहचान लगातार बदलते रहते थे. पुलिस को आशा है कि उनके जब्त लैपटॉप से कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं. एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने बताया कि दोनों बदमाश नियुक्ति पत्र पर बाकायदा पश्चिम रेलवे की सील का इस्तेमाल करते हैं. जब तक बेरोजगार युवक नियुक्ति पत्र की सच्चाई जान पाते तब तक यह लोग मौके से फरार हो जाते थे. 

ये भी पढ़ें: Cyber Fraud: ग्वालियर में डिजिटल अरेस्ट कर महिला से ठग लिए 38 लाख रुपए, ऐसे हुई वारदात

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Cyber Fraud: ग्वालियर में डिजिटल अरेस्ट कर महिला से ठग लिए 38 लाख रुपए, ऐसे हुई वारदात
2-5 लाख में रेलवे में गैंगमैन से TTE तक की नौकरी ! रतलाम में फर्जी नियुक्ति पत्र बांटने वाले ऐसे पकड़े गए
Shivpuri News Online Scam Shocking Crime Case of Shopping Fraud 
Next Article
9 महीने पहले हुआ फ्रॉड ! आज भी कीमत चुका रहा ये परिवार, क्या खाक छान रही पुलिस?
Close