![Gwalior में ट्रेन से गायब हुआ दो महीने का बच्चा इंदौर में मिला, वैष्णोदेवी के दर्शन कर लौट रहा था दंपती Gwalior में ट्रेन से गायब हुआ दो महीने का बच्चा इंदौर में मिला, वैष्णोदेवी के दर्शन कर लौट रहा था दंपती](https://c.ndtvimg.com/2024-04/tn4c1im8_baby-missing-from-train-in-gwalior_625x300_10_April_24.jpg?downsize=773:435)
Baby Missing From The Train: मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) में चलती ट्रेन से एक दो महीने के दुधमुंहे बच्चे के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. छतरपुर (Chhatarpur) निवासी उमेश अहिरवार वैष्णदेवी के दर्शन के बाद मालवा एक्सप्रेस (Malwa Express) से अपनी पत्नी और बच्चे के साथ लौट रहे थे, ग्वालियर से डबरा (Dabra) के बीच सीट से उनका बच्चा गायब हो गया. हालांकि, यह बच्चा दो दिन बाद रहस्यमय ढंग से इंदौर (Indore) में मिल गया. सबसे खास बात यह है कि पीड़ित दंपती को बच्चा अभी तक नहीं मिल सका है, वह इंदौर और ग्वालियर जीआरपी थानों के चक्कर काट रहा है.
ऐसे हुई यह घटना
छतरपुर निवासी उमेश अहिरवार ने जीआरपी थाने में बताया कि मैं सपरिवार वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद जम्मू से मालवा एक्सप्रेस में अपनी पत्नी सुखवती और दो माह के बच्चे के साथ कोच एस 2 में सवार हुआ था. उनकी बर्थ का नम्बर 13 और 14 था. मैं ऊपर की सीट पर था जबकि उसकी पत्नी बीच की सीट पर बच्चे के साथ लेटी थी. मैं रास्तेभर गहरी नींद में सोता रहा, जब ट्रेन डबरा के पास पहुंची तो मेरी नींद खुली. तो पत्नी के पास से उसका इकलौता बच्चा गायब था. उन्होंने बताया कि दोनों ने पूरे कोच में बच्चे को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला. ट्रेन जब झांसी पहुंची तो उमेश ने वहां जीआरपी थाने पहुंचकर सारी घटना बताई. बाद में 7 अप्रैल को ग्वालियर आकर जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
बच्चे के लिए भटक रहे माता-पिता
इस बीच अचानक जीआरपी थाना इंदौर से ग्वालियर जीआरपी को सूचना मिली कि दो माह का बच्चा किसी दंपती को मालवा एक्सप्रेस में मिला था, जिसे वह थाने में देकर गए हैं. बच्चा मिलने के बाद उमेश और उनकी पत्नी को खुशी तो हुई, लेकिन उन्हें अभी तक अपना बच्चा नहीं मिल सका है. बच्चा मिलने की सूचना पाकर दोनों लोग तत्काल इंदौर पहुंच गए लेकिन वहां जीआरपी थाना पुलिस ने उन्हें उनका बच्चा सौंपने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि इस मामले में अपराध जीआरपी थाना ग्वालियर में दर्ज है इसलिए वे बच्चा उन्हें ही सौंपेंगे. जीआरपी ग्वलियर के थाना प्रभारी पंकज दीवान ने बताया कि सूचना मिलने पर एक पार्टी इंदौर भेजी है. वहां से बच्चे को लाकर कानूनी औपचारिकतायें करने के बाद बच्चे को परिजनों को सुपुर्द करने की कार्रवाई होगी. बच्चा गायब कैसे हुआ इसकी जांच की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.
मामले में कई पेंच भी
इस सनसनीखेज मामले में लापता बच्चा भले ही मिल गया हो, लेकिन इसके गायब होने और खोने की कहानी के कारण कई सवाल खड़े हो गये हैं. जानकारी के मुताबिक, बच्चे का अपहरण 6 अप्रैल की रात को हुआ और मालवा 7 अप्रैल को दोपहर डेढ़ बजे इंदौर पहुंच गई, जबकि बच्चे को 8 अप्रैल को थाने पहुंचाया गया. इसके अलावा यह सवाल भी उठ रहे हैं कि ट्रेन के पहुंचने के बाद इतने घण्टे बच्चा कहां रहा? साथ ही पुलिस के अनुसार जिस दंपती ने इंदौर रेलवे पुलिस को बच्चा सौंपा, उसके अनुसार उन्हें यह बच्चा ऊपर की बर्थ पर मिला. जबकि वह बीच की बर्थ पर अपनी मां के साथ लेटा था.
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